हाई कोर्ट के नए भवन में अधिवक्ताओं ने मांगी सुविधाएं, सफेद रिबन लगाकर जताएंगे विरोध
Jharkhand. सोमवार से हाई कोर्ट के सभी अधिवक्ता अदालत में तभी प्रवेश करेंगे जब उनके मामले में सुनवाई होगी। सिर्फ केस से जुड़े अधिवक्ता सुनवाई के दौरान कोर्ट में करेंगे प्रवेश।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड हाई कोर्ट के नए भवन में अधिवक्ताओं को सुविधाएं नहीं दिए जाने के विरोध में गुरुवार से अधिवक्ता सफेद रिबन बांधकर सांकेतिक विरोध दर्ज कराएंगे। वहीं, सोमवार से हाई कोर्ट के सभी अधिवक्ता अदालत में तभी प्रवेश करेंगे, जब उनके मामले में सुनवाई होगी। इससे पहले वे अदालत के बाहर लॉबी में रहेंगे। उक्त निर्णय बुधवार को एडवोकेट एसोसिएशन की आमसभा की बैठक में लिया गया है।
एसोसिएशन के महासचिव नवीन कुमार ने बताया कि नए भवन में अधिवक्ताओं के लिए 1500 चेंबर व बैठने की समुचित व्यवस्था की मांग को लेकर कई बार हाई कोर्ट को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है, लेकिन उनकी ओर से कोई निर्णय नहीं लेने के बाद एसोसिएशन की आम सभा बुलाई गई थी। इसमें सांकेतिक विरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद भी अगर उनकी मांगों के बारे में कोई विचार नहीं किया जाता है तो 19 फरवरी को दोबारा एसोसिएशन की बैठक बुलाई गई है।
इस बैठक में आगे की रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा। इससे पहले कहा गया कि हाई कोर्ट की ओर से बनी भवन निर्माण समिति में एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व नहीं। इसके चलते उचित मंच पर मांगों को रखने में कठिनाई हो रही है। इसलिए कमेटी में एसोसिएशन के किसी सदस्य को शामिल करना होगा। इस दौरान वरीय अधिवक्ता अनिल कुमार सिन्हा, आरएस मजुमदार, पीपीएन राय, वी शिवनाथ, एके कश्यप, महाधिवक्ता राजीव रंजन, मुकेश कुमार सिन्हा धीरज कुमार, नवीन कुमार, नलिनी झा, अशोक कुमार, सुधांशु देव, कौशल मिश्रा, राजीव कुमार, शैलेश कुमार, आकाशदीप, आदित्य रमण, नीतू सिंह ने अपने विचार रखे।