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न्यायिक कार्य से दूर रहे वकील, जमीन-फ्लैट की रजिस्ट्री ठप

रांची पलामू जिला बार एसोसिएशन और प्रभारी जिला जज के बीच उत्पन्न विवाद का र

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 01:48 AM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 01:48 AM (IST)
न्यायिक कार्य से दूर रहे वकील, जमीन-फ्लैट की रजिस्ट्री ठप
न्यायिक कार्य से दूर रहे वकील, जमीन-फ्लैट की रजिस्ट्री ठप

जागरण संवाददाता, रांची : पलामू जिला बार एसोसिएशन और प्रभारी जिला जज के बीच उत्पन्न विवाद का रांची में असर देखने को मिला। रांची जिला बार एसोसिएशन की अपील पर अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से खुद को दूर रखा। एक भी मामले में पैरवी नहीं की। सोमवार को सिविल कोर्ट के विभिन्न अदालतों में करीब 25 सौ मामले सूचीबद्ध थे इन पर कोई सुनवाई नहीं हो सकी। कई प्रमुख मामले जैसे कांके दुष्कर्म, चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला आदि में सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत में सन्नाटा पसरा रहा। न्यायिक अधिकारी व कर्मचारी लंबित मामले निपटाने में जुटे रहे।

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इधर, अचानक न्यायिक कार्य से दूर रहने की घोषणा से आम लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। गवाही देने दूर-दराज से आने वाले पुलिस अधिकारी व अन्य गवाह मायूस होकर वापस लौट गए। दस्तावेज नवीस संघ ने दिया साथ, महज दो रजिस्ट्री हो पाई जिला बार एसोसिएशन के सचिव कुंदन प्रकाशन की अपील पर दस्तावेज नवीस संघ भी समर्थन में उतरा। कचहरी, हिनू, डोरंडा, मोरहाबादी के चारों रजिस्ट्री ऑफिस में रजिस्ट्री कार्य बाधित रहे। दस्तावेज राईटर ने रजिस्ट्री के लिए डीड पेश ही नहीं किया। जहां दिनभर में चारों रजिस्ट्री ऑफिस में आमतौर पर 100 डीड की रजिस्ट्री होती थी वहां सिर्फ मोरहाबादी रजिस्ट्री ऑफिस में दो डीड की ही रजिस्ट्री हुई। दस्तावेज नवीस संघ के प्रदेश महासचिव पुष्कर साहू ने बताया कि बार के समर्थन में मंगलवार को भी दस्तावेज राइटर रजिस्ट्री कार्य से दूर रहेंगे। अधिवक्ताओं ने मुंशी व दलालों को बार परिसर से खदेड़ा

दिन के 11.45 बजे रजिस्ट्री ऑफिस के सामने स्थित पुराना बार भवन परिसर में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिला बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव(प्रशासन) पवन रंजन खत्री, अभिषेक भारती और संजय तिवारी के साथ तीन-चार अधिवक्ताओं ने टाइपिस्ट, मुंशी, दलाल व स्टांप विक्रेताओं को कामकाज बंद करने को कहा। उनलोगों ने जब इसका विरोध किया तो अधिवक्ता हाथापाई पर उतर गए। टेबुल-कुर्सी उलट दी। बार परिसर स्थित होटलों में सामान को इधर-उधर फेंक दिया। अधिवक्ताओं के रोष को देखते हुए दलाल, मुंशी व टाइपिस्टों ने वहां से भागने में ही अपनी भलाई समझी। हालांकि, बार एसोसिएशन के सचिव कुंदन प्रकाशन ने इस घटना की जानकारी होने से इन्कार किया है। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि उन लोगों ने किसी को भी कार्य बंद कराने नहीं कहा था।

दलाल, मुंशी को बार परिसर में नहीं मिलेगी जगह

बार एसोसिएशन परिसर में दलाल व मुंशी को बैठने की जगह नहीं मिलेगी। बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव (प्रशासन) पवन रंजन खत्री ने बताया कि पुराना बार एसोसिएशन परिसर में अधिकतर दलाल बैठते हैं। जबकि यह परिसर अधिवक्ताओं के लिए है। अब दलाल, मुंसी को यहां बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसकी जानकारी सभी को दे दी गई है। क्या है विवाद की वजह

शनिवार को पलामू जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सच्चिदानंद नहरू ने जिला व्यवहार न्यायालय के प्रभारी जिला जज पंकज कुमार द्वितीय पर गाली-ग्लौज व हाथापाई का आरोप लगाया था। इसके बाद ही पलामू सहित राज्यभर के अधिवक्ताओं में रोष है। अधिवक्ता जज को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।


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