बस अड्डे, रेलवे स्टेशन और भीड़ वाली जगहों पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स
राज्य ब्यूरो रांची कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच राज्य सरकार ने सख्ती का एलान भी कर दिया है। 22 अप्रैल से लॉकडाउन की घोषणा के बीच अब पूरी जवाबदेही पुलिस-प्रशासन पर आ गई है कि सरकार के दिशा-निर्देश का पालन कैसे कराएं।
राज्य ब्यूरो, रांची : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच राज्य सरकार ने सख्ती का एलान भी कर दिया है। 22 अप्रैल से लॉकडाउन की घोषणा के बीच अब पूरी जवाबदेही पुलिस-प्रशासन पर आ गई है कि सरकार के दिशा-निर्देश का पालन कैसे कराएं। लॉकडाउन के बीच सख्ती को लेकर सभी जिलों में अतिरिक्त बल तैनात हैं। बस अड्डे, रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाली जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान सख्ती से कोविड गाइडलाइंस का पालन कराने के लिए चुनाव कार्य से वापस लौटने वाले बल को भी विधि-व्यवस्था में लगाने की तैयारी है। बंगाल व असम में चुनाव कार्य संपन्न कराकर लौटने वाली झारखंड पुलिस की कुछ कंपनियां भी अब कोरोना गाइडलाइंस का पालन करवाने के लिए विधि-व्यवस्था ड्यूटी में लगाई जाएंगी।
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जैप, आइआरबी व एसआइआरबी के अतिरिक्त जवान रहेंगे तैनात :
सरहुल, रामनवमी को लेकर जिलों में तैनात अतिरिक्त जवान को अगले आदेश पर संबंधित जिले में ही तैनात रहने का आदेश जारी हुआ है। रांची में जिला बल के अलावा जैप वन, जैप टू व जैप टेन की छह इको व रैप की कंपनियां तैनात हैं। इसी प्रकार धनबाद में जैप तीन की दो कंपनी, बोकारो में जैप-4, आइआरबी-1 की दो कंपनी व 100 लाठीपार्टी, गोड्डा में जैप-5 व आइआरबी-8, जमशेदपुर में जैप-6, आइआरबी-2 के जवान लगाए गए हैं। पर्याप्त संख्या में सशस्त्र बल के जवानों के साथ-साथ लाठी पार्टी को लगाया गया है। जिला मुख्यालयों में प्रशिक्षु लाठी पार्टी की भी तैनाती हुई है।
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गत वर्ष व्यवस्था अनियंत्रित होने पर उतारी गई थी सीआरपीएफ :
गत वर्ष हिदपीढ़ी कंटेंनमेंट जोन बना था, जहां विधि-व्यवस्था संबंधित परेशानी उत्पन्न होने पर सीआरपीएफ के जवानों को उतारा गया था। परेशानी यह थी कि लोग लॉकडाउन के नियम-कानून को नहीं मान रहे थे और बेवजह घरों से बाहर निकल रहे थे। उनसे सख्ती बरतने के उद्देश्य से ही सीआरपीएफ के जवानों को उतारा गया था, ताकि कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सके।
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