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ACB जांच में खुलासा, कोडरमा के उत्पाद अधीक्षक के पास आय से 82 लाख रुपये अधिक

Corruption. लोकायुक्त जस्टिस डीएन उपाध्याय के आदेश पर एसीबी की जांच में यह खुलासा हुआ। प्रारंभिक जांच में उत्पाद अधीक्षक अजय कुमार गोंड पर भ्रष्‍टाचार में लिप्‍त होने की पुष्टि हुई है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 05 Feb 2019 11:47 AM (IST)Updated: Tue, 05 Feb 2019 11:47 AM (IST)
ACB जांच में खुलासा, कोडरमा के उत्पाद अधीक्षक के पास आय से 82 लाख रुपये अधिक
ACB जांच में खुलासा, कोडरमा के उत्पाद अधीक्षक के पास आय से 82 लाख रुपये अधिक

रांची, [दिलीप कुमार] । कोडरमा के वर्तमान उत्पाद अधीक्षक अजय कुमार गोंड के पास आय से 82 लाख 38 हजार 281 रुपये अधिक मिले हैं। यह राशि उनकी आय से 97.10 फीसद अधिक है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जांच संख्या पीई-03/17 (हजारीबाग), दिनांक 31 अक्टूबर 2017 में अपनी जांच रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। जांच में पाया गया कि आरोपी अजय कुमार गोंड वर्ष 1992 में उत्पाद विभाग में उत्पाद अवर निरीक्षक के पद पर चयनित किए गए थे।

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वर्तमान में वे कोडरमा के उत्पाद अधीक्षक के रूप में पदस्थापित हैं। जांच के क्रम में जीवन बीमा निगम, किसान विकास पत्र व बैंकों में जमा राशि का सत्यापन किया गया। इसका अजय कुमार गोंड के उपलब्ध कराए गए दस्तावेज से मिलान किया गया। जांचकर्ता ने जांच के दौरान पाया कि अजय कुमार गोंड, उनकी पत्नी व पुत्र अविनाश आनंद ने जनवरी-2018 से 31 मार्च 2018 के बीच विभिन्न मदों में भारी राशि का निवेश किया है। इसी अवधि को जांच अवधि मानकर एसीबी ने आय-व्यय की गणना की।

एसीबी की जांच में यह पाया गया कि अजय कुमार गोंड की पत्नी ने आयकर रिटर्न में मकान किराया, ट्यूशन एवं व्यवसाय से आय दर्शाया है। सत्यापन में ट्यूशन व व्यवसाय से दर्शाए गए आय का स्त्रोत गलत पाया गया है। अत: ट्यूशन व व्यवसाय में दर्शाए गए आय को अमान्य करते हुए आयकर रिटर्न में दर्शाए गए मकान किराया जो हरमू कॉलोनी के मकान से प्राप्त हुआ है, को गणना में शामिल किया गया है।

लोकायुक्त के आदेश पर एसीबी ने की थी पूरे मामले की जांच
लोकायुक्त जस्टिस डीएन उपाध्याय के आदेश पर ही एसीबी ने पूरे मामला दर्ज कर जांच की तो यह खुलासा हुआ। लोकायुक्त कार्यालय में 11 अगस्त 2017 को हजारीबाग के खीरगांव इमली कोठी निवासी दिलीप यादव ने लिखित शिकायत कर कोडरमा के उत्पाद अधीक्षक अजय कुमार गोंड पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत की थी। यह मामला वर्तमान में लोकायुक्त के यहां लंबित है।

एसीबी की जांच में जो खुलासे हुए
-जांच अवधि (एक जनवरी 2008 से 31 मार्च 2018) के पहले अजय कुमार गोंड की संपत्ति : 07 लाख 15 हजार 202 रुपये।
-जांच अवधि (एक जनवरी 2008 से 31 मार्च 2018) के बाद अजय कुमार गोंड की संपत्ति : 95 लाख, 81 हजार 390 रुपये।
-जांच अवधि (एक जनवरी 2008 से 31 मार्च 2018) के दौरान कुल आय : 84 लाख 83 हजार 686 रुपये।
-जांच अवधि (एक जनवरी 2008 से 31 मार्च 2018) में कुल व्यय : 78 लाख 55 हजार 779.75 रुपये।
इस तरह हिसाब निकालें
-जांच अवधि में कुल संपत्ति : बाद की संपत्ति (9581390 रुपये) - पूर्व की संपत्ति (715202 रुपये) यानी कुल 8866188 रुपये।
- जांच अवधि में कुल अर्जित संपत्ति : कुल संपत्ति (8866188) प्लस कुल व्यय (7855779.75 रुपये)। यानी कुल 16721967.75 रुपये।
- कुल संपत्ति प्लस व्यय से आय की राशि घटाने पर आय से अधिक अर्जित संपत्ति : 16721967.75-8483686 रुपये। यानी, 8238281.75 रुपये।


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