तीन साल में 47 लाख का प्रोजेक्ट धड़ाम
होटवार स्थित बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम होटवार के बाद मोरहाबादी में भी घपला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, रांची : होटवार स्थित बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम होटवार के बाद मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) सेंटर का भवन भी रखरखाव के अभाव में दम तोड़ने लगा है। साई सेंटर से कई राष्ट्रीय व जूनियर स्तर पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिये हैं। तीन साल पूर्व 2017 में सेंटर के भवन के मेंटेनेस पर कल्याण विभाग ने 47 लाख खर्च किये थे, लेकिन तीन साल में ही भवन का प्लास्टर झड़ने लगा है। फाल्स सिलिंग टूट गया है। लॉकडाउन के कारण सेंटर बंद रहने के कारण कोई दुर्घटना नहीं हुई। अगर छत व दीवार का प्लास्टर प्रशिक्षुओं के सेंटर में रहते गिरता तो कोई भी अप्रिय घटना हो सकती थी।
सेंटर के एक प्रशिक्षक ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि भले ही मेंटेनेंस पर 47 लाख तीन साल पहले खर्च किये गए, लेकिन जिसको भी इसकी जिम्मेदारी दी गई थी उसने ठीक से काम नहीं किया। यही कारण है कि सेंटर में जगह-जगह प्लास्टर गिरने लगे हैं। कोच ने कहा सेंटर बंद होने के कारण कोई दुर्घटना नहीं हुई।
इस संदर्भ में खेल निदेशक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि साई सेंटर के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी कल्याण विभाग की है। इसके बावजूद अगर सेंटर के प्रभारी हमसे किसी तरह की मदद के लिए पत्र लिखते हैं तो अवश्य मदद दिया जाएगा।
साई के प्रभारी एसके मोहंती सेंटर के मेंटेनेंस को देखते हुए चिंतित हैं, लेकिन वे मानते हैं कि लॉकडॉउन के कारण सेंटर बंद होने के कारण सभी प्रशिक्षु अपने घर गए हैं, लेकिन सेंटर खुलने के बाद यही स्थिति रही तो परेशानी होगी। उन्होंने कहा जल्द ही मैं खेल निदेशक से इस संदर्भ में पत्र लिख कर मदद मांगूंगा। साई सेंटर में अभी हॉकी, तीरंदाजी, फुटबॉल व एथलेटिक्स के 145 प्रशिक्षु हैं।