लोहरदगा में कर्फ्यू ड्यूटी में तैनात जवान की मौत, साथी की मौत से भड़के पुलिसकर्मी
Jharkhand. मृतक जवान सोमवार बाजार में पोस्टेड था। उसे सदर अस्पताल लाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
लोहरदगा, जासं। लोहरदगा में कर्फ्यू में तैनात एक पुलिस जवान की मौत हो गई। इस घटना से ड्यूटी में लगे अन्य सभी जवान आक्रोशित हो गए। मृतक जवान सोमवार बाजार में ड्यूटी में तैनात था। उसे सदर अस्पताल लाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सदर अस्पताल में एसपी प्रियदर्शी आलोक, डीसी आकांक्षा रंजन, एसडीओ ज्योति झा, एसडीपीओ जितेंद्र सिंह आदि सभी वरीय अधिकारियों ने आक्रोशित जवानों को समझाने की कोशिश की। इसके बाद डीआइजी एवी होमकर भी मौके पर पहुंचे और जवानों से बात कर उन्हें शांत किया।
जवान के कथित तौर पर ठंड से मौत होने की बात कही जा रही है। पुलिस के वरीय अधिकारियों ने मेडिकल बोर्ड गठित कर जवान का पोस्टमार्टम करवाया। इसके बाद लोहरदगा के न्यू पुलिस लाइन में शोक सलामी दी गई। आइजी, डीआइजी, डीसी-एसपी, एसडीओ, एसडीपीओ समेत कई अधिकारियों ने मृतक जवान को सलामी दी। मृतक जवान पलामू के मोहम्मद गंज का रहने वाला था। पद्मा हजारीबाग से लोहरदगा कर्फ्यू ड्यूटी में आया था। वह सोमवार बाजार के पास तैनात था। लोहरदगा पुलिस पुलिस लाइन में सलामी के बाद पुलिस सुरक्षा में मृतक के शव को रांची भेजा गया।
दो दिन पहले भी जवान की तबीयत हुई थी खराब
पुलिस जवान अजय राम की दो दिन पहले भी तबीयत खराब हुई थी। अजय राम रविवार को ड्यूटी के दौरान गिर गए थे। इसके बाद उनके साथी जवानों ने उन्हें तत्काल इलाज के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल पहुंचाया था। जहां पर उनका प्राथमिक उपचार किया गया था। मंगलवार की घटना के बाद अजय की मौत हो गई।
जवानों का कहना है कि खाना-पीना मांगने पर सस्पेंड करने की धमकी दी जाती है। वरीय अधिकारियों का पुलिस के जवानों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है। वरीय अधिकारियों का नाम लेते हुए जवान ने कहा कि वे निकम्मे हैं। कहने के बाद भी हमें सिर्फ बरगलाया जाता है। जवानों को क्या तकलीफ है, वह क्या खा रहा है, वह कहां सो रहा है, इससे अधिकारियों को कोई मतलब नहीं है। 24 घंटों जवानों को रोड पर ड्यूटी पर तैनात रहना पड़ रहा है। लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। एक अन्य जवान का कहना है कि यहां हम जवानों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।
सदर अस्पताल पहुंची डीसी आकांक्षा रंजन और एसडीओ ज्योति झा।
जवान के कथित तौर पर ठंड से मौत होने की बात कही जा रही है। वह पदमा ट्रेनिंग सेंटर से लोहरदगा में ड्यूटी में आया था। जवान का नाम अजय है। वह पलामू जिला के मोहम्मदगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है।
2005 बैच का सिपाही पद्मा ट्रेनिंग सेंटर से आया था। उसका आरक्षी संख्या 509 है।
क्या कहा डीआइजी ने
डीआइजी एवी होमकर ने कहा कि घटना से हम सभी दुखी हैं। मौत के कारण को लेकर जांच की जा रही है। हम एक-एक जवान के साथ खड़े हैं। शोकाकुल परिवार के साथ हम सभी खड़े हैं। आपसी सहयोग के अलावा सरकारी प्रावधान के तहत अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। हमारे जवान विषम परिस्थिति के बाद भी अपनी ड्यूटी में पूरी तरह से मुस्तैद हैं। हम उनके जज्बे को सलाम करते हैं।
घटना के बाद से बाकी पुलिस जवान भड़क उठे हैं। उनका कहना है कि हम यहां पिछले 12 दिनों से ड्यूटी में हैं। हमारे लिए ठीक से खाना-पीना, रहने की व्यवस्था तक नहीं है। वे इतने आक्रोशित हैं कि डीजीपी को बुलाने की मांग कर रहे हैं। वरीय अधिकारी जवानों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन जवान मानने को तैयार नहीं हैं।
बता दें कि लोहरदगा में 23 जनवरी को सीएए के समर्थन में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा-झड़प के बाद लोहरदगा में कर्फ्यू लगा दिया गया था। इसके बाद 24 जनवरी को यहां जवानों दूसरे जिलों से सुरक्षा के लिए लाया गया था।
कर्फ्यू ड्यूटी में तैनात जवान।