अपने ही कर रहे अपनों को बदनाम, दगाबाज दोस्त ने पत्नी से बनाए अवैध संबंध
Jharkhand. थाने में फर्जी नाम-पता लिखवाकर अपहरण का केस दर्ज कराया। कथित आरोपित की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले का राज खुला।
रांची, जासं। रांची के बरियातू थाने में एक युवक ने पुलिस को ही चमका देकर गलत ढंग से एफआइआर दर्ज कराई गई। अपना फर्जी नाम पता लिखवा, अपने ही दोस्त पर बहन के अपहरण का केस दर्ज करा दिया। पुलिस केस को सही मानकर आरोपित को पकड़कर जब थाना ले आई, तब जाकर पूरा मामला खुला। अब केस दर्ज कराने वाले को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
दरअसल, पत्नी से अवैध संबंध होने के संदेह में गढ़वा जिले के नगर उंटारी निवासी कमलेश कुमार बेरमो निवासी मनोज यादव बनकर अपनी नाबालिग बहन के अपहरण की कहानी रची और केस दर्ज कराया। एफआइआर के लिए दिए गए आवेदन में बताया था कि उसकी मौसी रिम्स में भर्ती थीं। उसके देखरेख के लिए नाबालिग बहन रिम्स में रह रही थी। उसका अपहरण रामगढ़ के पतरातू स्थित बड़का टोली बस्ती निवासी अनूप दत्ता उर्फ गोलू ने कर लिया था। रिम्स के बाहर से बहन को गोलू ने अगवा कर लिया था। पूरा मामला खुलने के बाद कमलेश को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
एफआइआर दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए पहुंची पुलिस
एफआइआर दर्ज कराने के बाद पुलिस अनूप दत्ता को गिरफ्तार करने पतरातू पहुंच गई। उसे पकड़कर जब थाना लाई, तब पूरा माजरा खुल गया। कथित आरोपित अनूप दत्ता ने पुलिस को बताया कि कमलेश भी पहले पतरातू स्थित बड़का टोली में ही अपनी पत्नी के साथ रहता था। वहां, उसका टेलरिंग की दुकान है। उसकी दुकान पर कमलेश व उसकी पत्नी कपड़ा सिलाई कराने आते-जाते थे। पत्नी बातचीत करती थी।
इससे कमलेश को अवैध संबंध का शक हो गया। इससे पत्नी की पिटाई कर दी। इससे पत्नी अपनी बहन के घर चली गई है। इसके बाद कमलेश ने बहन के अपहरण की कहानी गढ़कर अनूप को फंसाने की साजिश की। इसके बाद फर्जी ढंग से एफआइआर दर्ज कराई। पुलिस को जानकारी मिली है कि आरोपित कमलेश के खिलाफ पलामू के चैनपुर थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज है, उस मामले में वह फरार चल रहा है।