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परिवार की खुशियां मातम में बदली, छठ तालाब की सफाई के दौरान किशोर की डूबने से मौत Ranchi News

Jharkhand. जिस छात्र की मौत हुई है उसकी मां भी छठ पर्व कर रही है। लेकिन हादसे की वजह से परिवार की छठ की खुशियां मातम में बदल गई।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 02 Nov 2019 12:09 PM (IST)Updated: Sat, 02 Nov 2019 04:12 PM (IST)
परिवार की खुशियां मातम में बदली, छठ तालाब की सफाई के दौरान किशोर की डूबने से मौत Ranchi News
परिवार की खुशियां मातम में बदली, छठ तालाब की सफाई के दौरान किशोर की डूबने से मौत Ranchi News

रांची, जासं। रांची के पंडरा ओपी क्षेत्र के ललित नारायण मिश्रा कॉलोनी में छठ की खुशियां उस समय मातम में बदल गई, जब छठ तालाब की सफाई के दौरान एक 15 वर्षीय छात्र की मौत हो गई। जिस छात्र की मौत हुई है, उसकी मां भी छठ पर्व कर रही है। लेकिन हादसे की वजह से परिवार की छठ की खुशियां मातम में बदल गई।

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कैसे घटी घटना

रांची के ललित नारायण मिश्रा कॉलोनी में रहने वाले सजल कुमार झा के 15 वर्षीय बेटे आशीष झा की छठ तालाब में डूबने की वजह से मौत हो गई। ललित नारायण मिश्रा कॉलोनी में ही आम लोगों के प्रयास से एक तालाब का निर्माण कई वर्षों पूर्व किया गया था। कॉलोनी के सभी लोग मिलकर उसी तालाब में छठ व्रत करते हैं। इसी बीच शनिवार को आशीष अपने दोस्तों के साथ तालाब की सफाई के काम में लगा हुआ था।

इसी दौरान पैर फिसलने की वजह से वह तालाब के उस हिस्से में जा गिरा, जहां पानी काफी अधिक था। इससे पहले कि आसपास मौजूद लोग कुछ समझ पाते, आशीष पानी में डूबता चला गया। कुछ लोगों ने आशीष को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो पाए।

एनडीआरएफ की टीम ने निकाला शव

छठ महापर्व को देखते हुए प्रशासन ने बड़े तालाबों और डैम में एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया है। लेकिन छोटे तालाबों में एनडीआरएफ की टीम तैनात नहीं की गई है। ललित नारायण मिश्रा कॉलोनी के तालाब में छात्र के डूबने की सूचना एनडीआरएफ की टीम को दी गई। इसके बाद आनन-फानन में एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची लेकिन वह आशीष को नहीं बचा पाई। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आशीष के शव को एनडीआरएफ की टीम ने तालाब से बाहर निकाला और परिजनों को सौंप दिया।

घर में मातम

छठ महापर्व बच्चों और परिजनों की लंबी उम्र के लिए किया जाता है लेकिन इसी दिन एक व्रती का बेटा ही काल के गाल में समा गया। आशीष की मौत के बाद पूरे परिवार में मातम का माहौल है। आशीष की मां, जो छठ की तैयारियों में जुटी हुई थी, वह बेसुध हो गई है। आसपास के लोग परिवार को संभालने में लगे हुए हैं।


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