झारखंड में मिशनरीज ऑफ चैरिटीज सहित आठ संस्थाओं का निबंधन होगा रद
जांच के दौरान टीम को कुछ संस्थाओं का संचालन घर से करने की जानकारी मिली है, तो कई संस्थाओं के पास मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
जागरण संवाददाता, रांची। जिला प्रशासन मिशनरीज ऑफ चैरिटीज समेत आठ संस्थाओं का निबंधन रद करेगा। संस्थाओं की जांच के लिए कुल आठ टीम बनी थी। जांच रिपोर्ट में टीम ने इन संस्थाओं के निबंधन रद करने की अनुशंसा की है। इन संस्थाओं में कई खामियां मिली हैं, जिसके आधार पर इनका निबंधन जिला प्रशासन कभी भी रद कर सकता है।
जांच के दौरान टीम को कुछ संस्थाओं का संचालन घर से करने की जानकारी मिली है, तो कई संस्थाओं के पास मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। कुछ दिनों पूर्व एक बैठक में जांच दलों को निर्देश दिया गया था कि संस्थाओं की पुन: जांच करें। आदेश के बाद जांच दलों ने दूसरी बार संस्थाओं की जांच की। जल्द ही रिपोर्ट डीडीसी को सौंप दी जाएगी। टीम ने कई जगहों पर बच्चों का रखरखाव सही नहीं पाया है। टीम ने जांच में पाया कि महर्षि वाल्मिकी विकलांग अनाथ सेवाश्रम में बच्चों के रखने की उचित व्यवस्था नहीं थी। साथ ही पेयजल की भी सुविधा नहीं थी। इसी तरह आंचल शिशु आश्रम में लड़का व लड़की साथ रहते हैं। लोगों का काफी आना-जाना रहता है। लोक विकास बिंदु संस्था जांच टीम को नहीं मिली।
पूछताछ में पता चला कि यह संस्था किसी के घर में चल रही है। महिला सामख्या सोसाइटी के नाम से हुए निबंधन को रद कर नारी निकेतन के तौर पर निबंधन करने की अनुशंसा की गई है। ईडीआइएसएस संस्था को स्कूल में चलाया जा रहा है। शिशु सदन के खिलाफ जांच जारी है, जांच होने तक शिशु सदन में बच्चा नहीं रखने का निर्देश जारी किया गया है।