Koderma News: नवोदय विद्यालय के 40 छात्रों का नामांकन रद, जानें इसकी बड़ी वजह...
Navodaya Vidyalaya कोडरमा के जवाहर नवोदय विद्यालय पुतो में फर्जी स्थानांतरण प्रमाण पत्र के आधार पर कक्षा छह में दाखिला लेने वाले 40 बच्चों का नामांकन रद कर दिया गया है। 28 अक्टूबर के अंक में दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
कोडरमा, जासं। Navodaya Vidyalaya कोडरमा के जवाहर नवोदय विद्यालय, पुतो में फर्जी स्थानांतरण प्रमाण पत्र के आधार पर कक्षा छह में दाखिला लेने वाले 40 बच्चों का नामांकन रद कर दिया गया है। 28 अक्टूबर के अंक में दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। बीईईओ जयनगर सह चंदवारा ने सबसे पहले स्कूल से मंगाए 37 नामांकित बच्चों के एडमिशन रिकार्ड के अनुसार 33 का टीसी फर्जी पाया था।
बीईईओ स्तर से जांच में मात्र चार का ही प्रमाण पत्र सही पाया गया था। 29 की टीसी को बीईईओ व डीईओ के फर्जी हस्ताक्षर व मुहर से जारी बताया था, जबकि चार में कोई हस्ताक्षर या मुहर अंकित नहीं था। बाद में उपायुक्त रमेश घोलप ने एक जांच समिति बनाई थी। जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार फर्जी आधार पर नामांकित बच्चों की संख्या 40 पाई गई। इससे पहले फर्जी टीसी जारी करनेवाले विभिन्न स्कूलों के प्रधानाध्यापकों एवं मामले में संलिप्त अभिभावकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया था।
कोडरमा के अवैध माइका खदान में दबे चारों शवों को निकाला गया बाहर
कोडरमा के फुलवरिया गांव के जंगली क्षेत्र घटोरिया में अवैध माइका खदान की चाल धंसने से गुरुवार देर शाम एक महिला समेत चार मजदूरों की मौत हो गई। शुक्रवार को घंटों मशक्कत के बाद मलबे में दबे चारों शवों को बाहर निकाला गया। मृतकों में फुलवरिया निवासी कौशल्या देवी, बरसोतियाबार निवासी लखन दास, महेंद्र दास और चंदर दास शामिल हैं।
छह लोग दबे थे, दो लोगों को घायल अवस्था में निकाला गया
बताया जाता है कि बड़ी संख्या में मजदूर गुरुवार को माइका के खनन कार्य में जुटे थे। तभी ऊपर से मिट्टी और पत्थर का एक बड़ा हिस्सा गिर गया, जिसके नीचे छह लोग दब गए। दो लोगों को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया। शेष चार का शव कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। घटोरिया माइका माइंस में काम कर रही महिलाओं ने बताया कि वह माइका माइंस के ऊपरी हिस्से में माइका और ढिबरा चुनने में लगी थीं, जबकि 6 मजदूर 25 से 30 फीट नीचे गड्ढे में माइका निकालने का कार्य कर रहे थे। इसी दौरान गुरुवार दोपहर 3.30 बजे हादसा हो गया।
देर रात एसपी पहुंचे घटनास्थल
घटना की सूचना पर गुरुवार देर रात एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद और कोडरमा थाना प्रभारी द्वारिका राम सर्वप्रथम घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद रात 1:30 बजे एसपी डाक्टर एहतेशाम वकारीब, एसडीओ मनीष कुमार, डीएफओ सूरज कुमार, सीओ अशोक राम घटनास्थल पर पहुंचे। शुक्रवार को भी दिनभर मलबे में दबे शवों को निकालने का प्रयास किया जाता रहा। घटना की सूचना के बाद माइका माइंस में दबे मजदूरों के परिजन भी बड़ी संख्या में घटनास्थल पर जमे रहे। मामले पर जानकारी देते हुए उपायुक्त रमेश घोलप ने बताया कि अवैध रूप से संचालित खदानों को लेकर बड़ी कार्रवाई की जाएगी और खनन माफियाओं पर नकेल कसी जाएगी।
अधिकारियों की नाक के नीचे बड़े पैमाने पर हो रहा खनन
कोडरमा जिला मुख्यालय स्थित ध्वजाधारी पहाड़ के पीछे घटोरिया इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध खनन अधिकारियों के नाक के नीचे से हो रहा है। इलाका पर्यावरण के ²ष्टिकोण से काफी संवेदनशील वन्य प्राणी आश्रयणी क्षेत्र के अंतर्गत आता है। मौके पर पहुंचे रेंजर आनंद बिहारी ने बताया कि दुर्घटना की सूचना पर वे यहां पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि अवैध माइका माइंस का संचालन कोडरमा निवासी इस्लाम मियां द्वारा किया जा रहा था। उन्होंने वन्य प्राणी आश्रयणी क्षेत्र में कर्मचारियों की कमी होने की बात कहते हुए नियमित तौर से इस इलाके में गश्ती नहीं हो पाने की बात स्वीकारी।
उन्होंने बताया कि इस प्रक्षेत्र के लिए 20 की जगह मात्र पांच वन सुरक्षाकर्मी पदस्थापित हैं, ऐसे में नियमित तौर पर इन इलाकों में गश्ती भी नहीं की जाती थी। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी इस प्रक्षेत्र में चलने वाले अवैध खनन को लेकर कार्रवाई की गई और अवैध खनन को रोकने का प्रयास भी किया गया, लेकिन वन कर्मियों की संख्या कम और खनन कार्य मे जुटे लोगो की संख्या अधिक होने के कारण अवैध खनन पर पूर्णरूप से रोक लगा पाना मुश्किल हो रहा है।