झारखंड में 24 जिंदगियों पर टूटा वज्रपात का कहर, जामताड़ा में सर्वाधिक 6 मौतें
एक बार फिर झारखंड में आकाशीय बिजली ने जबर्दस्त तबाही मचाई। आसमान से इस कदर मौत बरसी कि महज 24 घंटे में ही 24 जानें चली गईं।
रांची, जेएनएन। बूंद-बूंद पानी को तरसते झारखंड में बुधवार को खूब बारिश हुई। सूखे खेतों के लिए वरदान बन आई बरसात ने किसानों को राहत पहुंचाई है। लेकिन, राहत के बीच आसमान से गिरी बिजली लोगों पर आफत बन टूटी। पूरे राज्य में वज्रपात ने कहर बरपाया और 24 लोगों की जान ले ली। जामताड़ा में सर्वाधिक छह जानें गई हैं। दुमका, पाकुड़, गिरिडीह, रामगढ़, गढ़वा, रांची में दो-दो और देवघर, लोहरदगा, गुमला, चतरा, कोडरमा, बोकारो में एक-एक मौतें हुई हैं। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के भीतर साहिबगंज में सर्वाधिक 115 मिमी बारिश हुई है। अगले एक-दो दिनों तक मौसम यूं ही बना रहेगा।
- जामताड़ा में सर्वाधिक छह मौतें, साहिबगंज में सबसे ज्यादा 115 मिमी बारिश
- आज भी राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका, वज्रपात भी होगा
तापमान गिरने से लोगों को मिली राहत
राज्य के कई जिलों में बुधवार को बारिश हुई। खासकर कोडरमा, साहिबगंज, रांची में मूसलाधार वर्षा हुई। साहिबगंज के बाद कोडरमा में सर्वाधिक 105 मिमी बारिश हुई। रांची में भी 11 मिमी बारिश हुई है। बारिश के कारण तापमान में काफी गिरावट आई है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है। रांची के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। मंगलवार को 34 डिग्री को छू रहा पारा बुधवार को 31 पर आ टिका। मौसम वैज्ञानिक एसडी कोटाल ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के कारण राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होगी। वज्रपात की भी आशंका है।
कहां कितनी मौतें
जामताड़ा : 6
दुमका : 2
पाकुड़ : 2
गिरिडीह : 2
रामगढ़ : 2
गढ़वा : 2
रांची : 2
देवघर : 1
लोहरदगा : 1
गुमला : 1
चतरा : 1
कोडरमा : 1
बोकारो : 1