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एक फरवरी से एसबीआइ और पीएनबी में होने वाले हैं ये बड़े बदलाव, ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा सीधा असर

State Bank Of India एक फरवरी से भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक अपने ट्रांजैक्शन पॉलिसी में बदलाव करने जा रहा है जिसका सीधा असर उनके ग्राहकों पर पड़ेगा खासकर उन ग्राहकों पर जो महीने में दो से पांच तक का ट्रांजेक्शन करते हैं।

By Madhukar KumarEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 02:39 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 02:39 PM (IST)
एक फरवरी से एसबीआइ और पीएनबी में होने वाले हैं ये बड़े बदलाव, ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा सीधा असर
State Bank Of india देश के दो प्रमुख बैंक एक फरवरी से बड़ा बदलाव करने वाले हैं

रांची, जागरण संवाददाता। नव वर्ष 2022 का पहला महीना यानि जनवरी को गुजरने में अब चंद रोज ही रह गए हैं। वहीं, दूसरे महीने यानी फरवरी की शुरूआत के साथ ही भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक के नियमों में कुछ बदलाव आने वाले हैं और एक फरवरी से होने वाले बदलाव का इन बैंकों के ग्राहकों पर सीधा असर पड़ने वाला है। ऐसे में अगर आप एसबीआइ और पीएनबी के ग्राहक हैं, तो पहले से ही सतर्क रहने की आवश्यकता है।

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जानकारी के मुताबिक एक फरवरी से एसबीआइ और पीएनबी अपने ग्राहकों के लिए पैसों के ट्रांजेक्शन से संबंधित बदलाव लाने जा रहे हैं। एक ओर जहां एसबीआइ के ग्राहकों को पैसे ट्रांसफर करना महंगा पड़ने वाला है। तो दूसरी ओर डेबिट फेल होने पर पीएनबी भी चार्ज करने वाला है। आइए आपको बता दें कि किस पर कितना लगेगा चार्ज।

एक फरवरी से एसबीआइ पैसे ट्रांसफर करने पर लेगा अधिक शुल्क

भारतीय स्टेट बैंक एसबीआइ के वेबसाइट के मुताबिक बैंक से अब पैसों का ट्रांसफर महंगा पड़ने वाला है। एसबीआइ ने एक फरवरी से आइएमपीएस ट्रांजेक्शन में एक नया स्लैब जोड़ दिया है, जो दो से पांच लाख रुपये का है। यानि कि आपको अगले महीने की पहली तारीख से दो से से पांच लाख रुपये के बीच बैंक शाखा से पैसे भेजने का शुल्क 20 रुपये के साथ जीसटी भी देना होगा।

डेबिट फेल होने पर पीएनबी चार्ज करेगा 250 रुपये

दूसरी ओर पंजाब  नेशनल बैंक (पीएनबी) भी एक फरवरी से किसी किस्त या निवेश के डेबिट अकाउंट में पैसा न होने की वजह से फेल होता है, तो इसके लिए 250 रुपये चार्ज करेगा। अभी तक इसके लिए 100 रुपये का चार्ज लगता है। यानि कि पीएनबी के इस बदलाव के कारण ग्राहकों की जेब पर अतिरिक्त खर्च का बोझ पड़ेगा। वहीं, जानकारी के मुताबिक अगर आप डिमांड ड्राफ्ट को रद कराते हैं तो 150 रुपये देने होंगे। इसके लिए बैंक अब तक 100 रुपये चार्ज करता था।

ये पॉलिसी मेकिंग की बात है। बैंकों में समय-समय पर नियमों में बदलाव होते हैं। हालांकि इस तरह के बदलाव उच्च स्तर पर होते हैं। इसलिए स्थानीय स्तर पर कुछ कहा नहीं जा सकता है।

रंजीत प्रसाद साहू, मुख्य प्रबंधक (एसएंडबीडी), एसबीआइ।


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