झारखंड के रिम्स में अब मरीजों की ओपन हार्ट सर्जरी बिल्कुल नि:शुल्क
Jharkhand News रिम्स में अब ओपन हार्ट सर्जरी निशुल्क करने की तैयारी है। मरीजों को बाहर से खरीदारी भी नहीं करनी पड़ेगी और उन्हें रिम्स प्रबंधन द्वारा ही उपलब्ध कराया जाएगा जो सभी मरीजों के लिए एक समान होगा।
रांची, (अनुज तिवारी)। Jharkhand News : रिम्स में अब ओपन हार्ट सर्जरी नि:शुल्क करने की तैयारी है। इसके लिए रेट कांट्रेक्ट लगभग पूरा कर लिया गया है। मार्च से हार्ट सर्जरी पर सभी वर्ग के लोगों को लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। हालांकि, शुरुआती चरण में एपीएल वर्ग के लोगों को काफी सस्ती दर पर सुविधा मुहैया कराई जाएगी, जो निजी अस्पतालों की तुलना में 80 प्रतिशत से अधिक कम होगी। इसके बाद बीपीएल के साथ-साथ एपीएल के मरीजों को भी नि:शुल्क सुविधा दी जा सकती है।
गरीब मरीजों की ओपन हार्ट सर्जरी बिल्कुल नि:शुल्क
नि:शुल्क सुविधा के लिए रिम्स शासी परिषद की बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। अभी जो सुविधा मरीजों को मिल रही है, उसमें गरीब मरीजों की ओपन हार्ट सर्जरी बिल्कुल नि:शुल्क है, और उन्हें इसका लाभ आयुष्मान योजना के तहत मिलता है। सामान्य मरीजों को इसके लिए खर्च उठाना पड़ता है, लेकिन रेट कांट्रेक्ट होने के बाद मरीजों को बाहर से खरीदारी भी नहीं करनी पड़ेगी और उन्हें रिम्स प्रबंधन द्वारा ही उपलब्ध कराया जाएगा, जो सभी मरीजों के लिए एक समान होगा।
मरीजों को नहीं खरीदनी पड़ेगी अधिक से अधिक दवा
कार्डियो थोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग के एचओडी डा अंशुल कुमार ने बताया कि रेट कांट्रेक्ट होने के बाद आम मरीजों को भी आयुष्मान मरीजों की तरह ही निश्शुल्क सुविधा देने की पहल की जाएगी। इसके लिए 49वीं जीबी की बैठक में ही यह प्रस्ताव रखा गया था और उस समय के तत्कालीन स्वास्थ्य सचिव ने भी सीटीवीएस विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों को भी इस तरह का प्रस्ताव रखने की पहल करने पर जोर दिया था। रेट कांट्रेक्ट होने पर जिस तरह अन्य वार्ड में भर्ती मरीजों की दवाएं व अन्य सुविधाएं नि:शुल्क मिलती हैं, उसी तरह यहां भी मरीजों को अधिक से अधिक दवा नहीं खरीदनी पड़ेगी।
नई व्यवस्था के बाद अधिक संख्या में मरीजों को मिल सकेगा लाभ
मालूम हो कि झारखंड से हर वर्ष हजारों की संख्या में दिल के मरीज दूसरे राज्यों में इलाज के लिए जाते रहे हैं, लेकिन रिम्स में यह सुविधा मिलने के बाद बाहर जाने वालों की संख्या कम हुई है। लेकिन नई व्यवस्था के बाद अधिक संख्या में मरीजों को लाभ मिल सकेगा।
काफी सस्ती दर पर सर्जरी की कराई जाएगी व्यवस्था
रिम्स के निदेशक डा कामेश्वर प्रसाद बताते हैं कि रेट कांट्रेक्ट की व्यवस्था काफी पहले ही हो जानी चाहिए थी। लेकिन यह समय पर नहीं हो पाया। अब यह किया जा रहा है। इसके बाद मरीजों को सर्जरी के लिए सामान बाहर से लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गरीब मरीजों को समय पर सामान मिल सकेगा और उनका इलाज नि:शुल्क होगा, जबकि एपीएल मरीजों को फिलहाल काफी सस्ती दर पर सर्जरी की व्यवस्था कराई जाएगी।
एजेंसी उसी कम दर पर समान मुहैया कराएगी जिस पर हुआ होगा करार
उन्होंने बताया कि हार्ट सर्जरी को फिलहाल पूरी तरह से सभी मरीजों के लिए नि:शुल्क करना कठिन हो सकता है, लेकिन आगे इस ओर काम किया जाएगा। रेट कांट्रेक्ट होने के बाद विभाग को चयनित एजेंसी उसी कम दर पर समान मुहैया कराएगी जिस पर करार हुआ होगा। यह दर एम्स सहित अन्य मेडिकल कालेजों को देखने के बाद ही तय किया जाएगा।
अभी तक रिम्स में हो चुकी हैं 130 ओपन हार्ट सर्जरी
रिम्स में अभी तक 130 ओपन हार्ट सर्जरी की जा चुकी है। इसके बाद भी अभी करीब 40 मरीज ऑपरेशन को लेकर कतार में हैं। कोरोना की तीसरी लहर के कारण अभी सर्जरी नहीं की जा रही है।
सभी मरीजों को मेडिकल ट्रीटमेंट देकर फिलहाल घर भेज दिया गया है, लेकिन अब इन सभी को दोबारा लाने की तैयारी चल रही है, ताकि उनका आपरेशन किया जा सके।
डाक्टरों की कमी भी बन सकती है चुनौती, असिस्टेंट प्रोफेसर का विज्ञापन हुआ रद
अभी सीटीवीएस विभाग में दो एसोसिएट प्रोफेसर हैं, जबकि एक प्रोफेसर पद के लिए साक्षात्कार किया जा चुका है। पांच असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए जो विज्ञापन निकाला गया था। उसे एक दिन पहले ही रद कर दिया गया। जिसके बाद मैन पावर को लेकर समस्या एक बार फिर खड़ी हो गई है। रेट कांट्रेक्ट के साथ-साथ मैन पावर की भी समस्या को प्रबंधन को दूर करना एक बड़ी चुनौती दिख रही है।
हर्ट सर्जरी निजी अस्पतालों में दर (लाख में)
- ओपन हार्ट - 2.5
- वाल्व सर्जरी - 1.5-1.8
- एएसडी - 1.5-1.8
- सीएबीएस- 1.8-2
- पीडीए - 1.2
(रिम्स में यह दर नि:शुल्क व कम शुल्क में होगा)
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