रिम्स में 222 स्थायी नर्सो की होगी बहाली
रिम्स की गवर्निग काउंसिल की बैठक में नये सिरे से 222 स्थायी नर्सो की बहाली का निर्णय लिया गया।
रांची, जेएनएन। रिम्स में नये सिरे से 222 स्थायी नर्सो की बहाली होगी। शुक्रवार को रिम्स की गवर्निग काउंसिल की 46वीं बैठक में इस पर सहमति बनी। साथ ही पूर्व में सौ अस्थायी नर्सो की बहाली के लिए निकाले गए विज्ञापन को रद्द करने का निर्णय लिया गया। स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में हुई बैठक में रिम्स के नये निदेशक के रूप में बीएचयू के डॉ. दिनेश कुमार सिंह के नाम पर मुहर लगायी गयी।
इस बारे में मुख्यमंत्री रघुवर दास से स्वीकृति मिलने के बाद ही अहम निर्णय लिया गया। काउंसिल की बैठक में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। अब रिम्स में नियुक्त चिकित्सकों को एम्स की तर्ज पर वेतनमान मिलेगा। काउंसिल की बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि बैठक में कई एजेंडों पर चर्चा की गई।
पांच शव वाहन खरीदे जाएंगे
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्षो पहले बरियातू थाना बनाने के लिए रिम्स द्वारा जमीन दी गई थी। उसका शुक्रवार को सीमांकन किया गया, ताकि आने वाले दिनों में किसी तरह की दिक्कत या परेशानी नहीं हो। इसके अलावा डेड बॉडी कहीं ले जाने में काफी परेशानी होती थी। जिसके लिए पांच नए वाहन खरीदने के लिए भी मंजूरी दी गई है। कॉफी दुकान के लिए निकलेगा टेंडर रिम्स के बाहर कॉफी दुकान के लिए नया टेंडर निकाला जाएगा। अभी जहां कॉफी दुकान है, वहां से उसे हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा।
नर्सो के सभी रिक्त पद भरे जाएंगे स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि नर्सो के लिए जितने पद रिक्त हैं, उन सभी को भरा जाएगा। नई नर्सो की बहाली स्थायी वेतनमान के अनुसार की जाएगी। सारी नर्सो की बहाली एजेंसी द्वारा दो माह के भीतर की जाएगी। एम्स की तर्ज पर डॉक्टरों का होगा वेतनमान एम्स की तर्ज पर रिम्स के डॉक्टरों के वेतनमान को लेकर काफी लंबे समय से बात चल रही थी, जिसें स्वीकृति देते हुए स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि रिम्स में एम्स के अनुसार वेतनमान को लेकर एम्स से प्रक्रिया और वेतनमान की मांग की गई है।
वेतनमान की सूची मिलते ही रिम्स में भी जारी कर दिया जाएगा और एम्स की तर्ज पर रिम्स के डॉक्टरों को भी वेतनमान दिया जाएगा। पेइंग वार्ड में मरीजों को मिलेगा मुफ्त खाना रिम्स केपेइंग वार्ड में मरीजों से एक हजार का शुल्क लिया जाता है। इसके अलावा भोजन के लिए अलग से चार्ज लिया जाता था। बैठक में लिए निर्णय के बाद अब पेइंग वार्ड में रह रहे मरीजों को भोजन मुफ्त में मिलेगा। पेइंग वार्ड में मरीजों को खाने के लिए अलग से पैसे नही देने होंगे।