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Ranchi No Vending Zone: नो वेंडिंग जोन फिर से बन गया वेंडर जोन, शहीद चौक में फुटपाथ और सड़क पर लगने लगी हैं दुकानें

Ranchi No Vending Zone राजधानी रांची स्थित सर्जना चौक से शहीद चौक तक वेंडर फिर से दुकानें लगाने लगे हैं। दुकानदार पहले की तरह फिर से सड़क एवं फुटपाथ पर दुकानें सजा रहे हैं। कपड़े से लेकर बैग तक की दुकानें एक कतार में लग रही हैं।

By Kanchan SinghEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 09:43 AM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 09:43 AM (IST)
Ranchi No Vending Zone: नो वेंडिंग जोन फिर से बन गया वेंडर जोन, शहीद चौक में फुटपाथ और सड़क पर लगने लगी हैं दुकानें
शहीद चौक में फुटपाथ और सड़क पर फिर से दुकानें लगने लगी हैं।

रांची, जासं। राजधानी रांची स्थित सर्जना चौक से शहीद चौक तक वेंडर फिर से दुकानें लगाने लगे हैं। दुकानदार पहले की तरह फिर से सड़क एवं फुटपाथ पर दुकानें सजा रहे हैं। कपड़े से लेकर बैग तक की दुकानें एक कतार में लग रही हैं। इस वजह से पैदल चलने वाले लोगों को आवागमन में दिक्कत हो रही है। सर्जना चौक से लेकर कचहरी चौक इलाके को ना वेंडिंग जोन बनाने के लिए रांची नगर निगम द्वारा करीब 450 दुकानदारों को अटल स्मृति वेंडर मार्केट में स्थान दिया गया है।

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कुछ दिनों तक स्थिति ठीक ठाक रही। लेकिन अब फिर से वही स्थिति उत्पन्न हो गई है। अल्बर्ट एक्का चौक के पास 20-25 दुकानदार फुटपाथ पर अपनी दुकान लगाकर बैठते हैं। शहीद चौक इलाके में भी बैग, कपड़े, दुपट्टा, आदि की 10-15 दुकानें सड़क पर सज रही हैं। सर्जना चौक का भी यही हाल है। इधर, दुर्गा पूजा भी करीब है। कुछ दिनों में बाजार में भीड़ बढ़ने लगेगी। ऐसे में जब लोगों को चलने के लिए सड़कें ही नहीं मिलेंगी तो स्थिति काफी अफरा-तफरी की रहेगी।

दुकानदारों ने कहा-आश्वासन देकर वादे से मुकर गया निगम

अल्बर्ट एक्का चौक के पास फुटपाथ पर कपड़ों की दुकान लगाने वाले एवं शहीद चौक के पास बैग, बेल्ट, कपड़े आदि की दुकान लगाने वाले राजेश साव, मो. शमशाद, मो. नौशाद आलम, मो. तबरेज, मो. सोनू आदि का कहना है कि वे वर्षों से यहां दुकान लगाते आ रहे हैं। वर्ष 2016 में जब सर्वे हुआ था, तब निगम द्वारा उन्हें पर्ची दी गई गई थी। साथ ही आश्वासन दिया गया था कि उन्हें वेंडर मार्केट में दुकान लगाने के लिए स्थान दिया जाएगा। लेकिन बाद में निगम अपने वादे से मुकर गया। अब दुकानदारों का आरोप है कि वेंडर मार्केट में चेहरा देखकर दुकानें आवंटित की गई है। खैनी बेचने वालों तक को दुकानें मिल गईं। लेकिन उन लोगों को आज तक दुकानें नहीं मिली हैं। पुलिस जब तक दबिश देती है, तो भागना पड़ता है। कभी पकड़े जाने पर 500 रुपये तक का जुर्माना वसूला जाता है।

वेंडर मार्केट में अभी भी खाली हैं 69 दुकानें

अटल स्मृति वेंडर मार्केट में अभी भी 69 दुकानें खाली हैं। इन दुकानदारों का कहना है कि निगम से उन खाली दुकानों को ही आवंटित करने के लिए कई बार गुहार लगा चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अगर उन दुकानों को ही हमें आवंटित कर दिया जाय, तो हमारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। फुटपाथ और रास्ते पर भीड़ भी नहीं बढ़ेगी।

आवंटित दुकान किराये पर लगाकर फुटपाथ पर व्यवसाय कर रहे कई लाभुक

इधर, जानकारी के मुताबिक वेंडर मार्केट में ऐसी कई दुकानें हैं, जिन्हें लाभुक किराये पर लगाकर वापस फुटपाथ और सड़कों पर दुकानें लगाकर व्यवसाय कर रहे हैं। अल्बर्ट एक्का चौक से रांची विवि की ओर जाने वाली गली में कई दुकानदार ऐसे हैं, जो सुबह-सुबह यहां अपनी दुकानें फुटपाथ पर लगाते हैं। जबकि उन्हें वेंडर मार्केट में जगह दे दी गई है। 


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