Move to Jagran APP

Caste Census: मुस्लिम महाज ने की जातिगत जनगणना की मांग, कहा- घर-घर जाकर हो जनगणना

Caste Census All India Pasmanda Muslim Mahaz Jharkhand Hindi News महाज के अध्‍यक्ष अली अनवर अंसारी ने कहा कि देश में बहुत से गरीब ऐसे हैं जिनके पास मोबाइल नहीं है। अधिकारियों की तैनाती भी जाति के आधार पर होती है तो जातिगत जनगणना क्यों नहीं हो।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 21 Sep 2021 04:32 PM (IST)Updated: Tue, 21 Sep 2021 04:38 PM (IST)
Caste Census: मुस्लिम महाज ने की जातिगत जनगणना की मांग, कहा- घर-घर जाकर हो जनगणना
Jharkhand Hindi News महाज के अध्‍यक्ष अली अनवर ने कहा कि अधिकारियों की तैनाती भी जाति आधार पर होती है।

रांची, जासं। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के अध्यक्ष व पूर्व राज्यसभा सदस्य अली अनवर अंसारी ने जातिगत जनगणना कराने की आवाज उठाई है। अली अनवर अंसारी ने रांची के मेन रोड स्थित अंजुमन इस्लामिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार को जातिगत जनगणना करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग डिजिटल जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं। जबकि देश में बहुत से गरीब ऐसे हैं, जिनके पास मोबाइल नहीं है। जो दूरदराज में रहते हैं, वे नेटवर्क से वंचित हैं। इसलिए घर-घर जाकर जातिगत जनगणना होनी चाहिए।

loksabha election banner

अली अनवर अंसारी ने कहा कि इन दिनों ज्यादातर काम जाति के आधार पर होते हैं। राजनीतिक पार्टियां जातिगत समीकरण के आधार पर उम्मीदवार खड़ी करती है। मुख्यमंत्री, मंत्री आदि भी जातिगत आधार पर बनाए जाते हैं। अधिकारियों की तैनाती भी जाति के आधार पर होती है। तो जातिगत जनगणना क्यों नहीं हो। जातिगत जनगणना होने से यह साफ हो जाएगा कि देश में किस जाति की कितनी जनसंख्या है। अली अनवर अंसारी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक प्रतिनिधिमंडल के साथ इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री से अपील करते हैं कि वह मुख्यमंत्री से मिलें और उनकी बात सुनें। अली अनवर अंसारी ने कहा कि 1931 में देश में जनगणना हुई थी। इसके बाद काफी तब्दीली आई है। कुछ लोग यहां से पाकिस्तान गए। कुछ लोग पाकिस्तान से यहां आए। इसलिए अब एक बार फिर जाति जनगणना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आदिवासी और दलित की जातिगत जनगणना होती है, तो ऐसे में अन्य जातियों की भी जातिगत जनगणना होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग सिर्फ अन्य पिछड़ा वर्ग की जाति जनगणना की बात कर रहे हैं। लेकिन ऐसा उचित नहीं है। सभी जातियों की जातिगत जनगणना कराई जाए। उन्होंने कहा कि जब चुनाव आते हैं। तो तमाम जातियों के अनुमानित आंकड़े पेश किए जाते हैं। जातिगत जनगणना होने से वास्तविक आंकड़े सामने आ जाएंगे। अली अनवर अंसारी ने जनगणना में सरना धर्म का कालम जोड़ने की मांग का भी समर्थन किया।

झारखंड में मॉब लिंचिंग के विरुद्ध बने कानून

ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के अध्यक्ष अली अनवर अंसारी ने कहा कि बंगाल, राजस्थान, मणिपुर समेत पांच प्रदेशों में माब लिंचिंग के खिलाफ कानून बने हैं। झारखंड में भी यह कानून बनना चाहिए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्व में कानून बनाने का आश्वासन भी दिया था।

तबरेज के हत्यारोपितों को जेल भेजवाए सरकार

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सरायकेला में कथित रूप से मॉब लिंचिंग में मारे गए तबरेज अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन भी पहुंची। अली अनवर अंसारी ने कहा कि मुख्यमंत्री शाइस्ता परवीन की स्थिति पर ध्यान दें। उन्हें सरकार की तरफ से मदद दी जाए। नौकरी मिले, ताकि वह अपना पालन-पोषण कर सके। उन्होंने कहा कि तबरेज अंसारी हत्याकांड में एक को छोड़कर सभी आरोपी जेल से बाहर हैं। केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में अपील कर आरोपितों की जमानत रद्द कराए और उन्हें जेल भेजवाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.