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Ranchi news : खेल इंज्युरी है या कंधे या घुटने में चोट है तो सात अगस्त को रिम्स में कराएं निश्शुल्क सर्जरी

खेल इंज्युरी है या कंधे या घुटने में चोट है तो सात अगस्त को रिम्स में निश्शुल्क सर्जरी होगी। दरअसल यह सर्जरी दूरबीन विधि से होगी। झारखंड में यह सिर्फ रिम्स में ही उपलब्ध है। रिम्स में आयोजित होने वाले झारखंड ऑथोपेडिक एसोसिएशन के सहयोग से सर्जरी निश्शुल्क होगी।

By Sanjay Kumar SinhaEdited By: Published: Sun, 25 Jul 2021 06:00 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jul 2021 06:00 AM (IST)
Ranchi news : खेल इंज्युरी है या कंधे या घुटने में चोट है तो सात अगस्त को रिम्स में कराएं निश्शुल्क सर्जरी
सात अगस्त को रिम्स में निश्शुल्क सर्जरी होगी।

रांची(जासं ) : खेल इंज्युरी है या कंधे या घुटने में चोट है तो सात अगस्त को रिम्स में निश्शुल्क सर्जरी होगी। दरअसल, यह सर्जरी दूरबीन विधि से होगी। झारखंड में यह सिर्फ रिम्स में ही उपलब्ध है। रिम्स में आयोजित होने वाले झारखंड ऑथोपेडिक एसोसिएशन के सहयोग से मरीज घुटनों व कंधों की सर्जरी निश्शुल्क होगी। यह लाइव सर्जरी होगी। इसके लिए मरीजों को पहले ही रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। मरीज डा. ए मंडल और डा. सुभाजित हलदर के मोबाइल नंबर 08918923674 09474401059 पर संपर्क कर सकते हैं। यह रजिस्ट्रशन निश्शुल्क होगा और मरीजों को किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना होगा।

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रिम्स के अस्थि रोग विभाग द्वारा झारखंड ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के सहयोग से सात अगस्त को एक दिवसीय आर्थोस्कोपी शल्य चिकित्सा कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। रिम्स के ऑर्थोपेडिक सर्जन डा गोङ्क्षवद गुप्ता ने बताया कि झारखंड राज्य खेलकूद प्रधान राज्य है, जिससे यहां खेल इंज्यूरी से प्रभावित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा होती है। ऐसे मरीज प्राय: जानकारी और उचित चिकित्सा के अभाव में समुचित निदान से वंचित रह जाते हैं। रिम्स के हड्डी रोग विभाग में घुटने व कंधे से संबंधित स्पोट््र्स इंजरी की इलाज 2019 से दूरबीन विधि से सफलतापूर्वक की जा रही है। मरीजों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला में घुटने एवं कंधे से संबंधित स्पोट््र्स इंजरी की ऑपरेशन द्वारा इलाज से संबंधित जानकारियां दी जाएगी।

यह सर्जरी दूरबीन विधि से आयोजित की जाएगी। जो झारखंड में सिर्फ रिम्स में ही उपलब्ध है। डा गोङ्क्षवद गुप्ता ने बताया कि मरीजों को इसका लाभ उठाना चाहिए और इस कार्यशाला में अन्य जाने-माने डाक्टर भी जुटेंगे। कार्यशाला से लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि घुटने व कंधे में अधिकतर चोट लगने से लिगामेंट टूटता है, जिसे सर्जरी कर ठीक किया जा सकता है। इस तरह की घटना अधिकतर खिलाडिय़ों, जवानों, आर्मी व अन्य प्रोफेशनल गतिविधियों में होती है।


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