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पहलवान बिटिया: खेतों में काम कर चंचला ने भारतीय टीम में बनाई जगह, अब हंगरी में दिखाएंगी दांव

World Wrestling Championship Jharkhand News चंचला के चयन से उसके गांव ओरमांझी में खुशी की लहर है। परिवार के लोग बताते हैं कि चंचला हमेशा आत्मविश्वास से भरपूर रही है। वह अक्सर कहती थी कि एक दिन भारतीय टीम में शामिल होगी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 09:37 AM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 09:43 AM (IST)
पहलवान बिटिया: खेतों में काम कर चंचला ने भारतीय टीम में बनाई जगह, अब हंगरी में दिखाएंगी दांव
World Wrestling Championship, Jharkhand News चंचला के चयन से उसके गांव ओरमांझी में खुशी की लहर है।

ओरमांझी (रांची), [अमोद साहू]। रांची के ओरमांझी प्रखंड क्षेत्र के हतवल गांव में चंचला कुमारी के सब जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में चयन से खुशी की लहर है। चंचला 19 से 25 जुलाई तक बुडापेस्ट हंगरी में होने वाली इस प्रतियोगिता में भाग लेगी। इस प्रतियोगिता के लिए चुनी जाने वाली वह झारखंड की पहली महिला पहलवान है। एक किसान परिवार व प्लंबर मिस्त्री नरेंद्रनाथ पाहन की बिटिया चंचला का चयन पूरे झारखंड के लिए गौरव की बात है।

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सोमवार को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा आयोजित चयन ट्रायल में अपने प्रतिद्वंद्वियों को परास्त करने की जानकारी मिलते ही उसकी माता मैना देवी, पिता व बहनें पूजा कुमारी व सलोनी कुमारी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। चंचला की मां बताती हैं कि चंचला जब घर में रहती है तो रेजा-कुली का काम करती है। वह खेतों में भी काम करती है। परिवार के लोग बताते हैं कि चंचला हमेशा आत्मविश्वास से भरपूर रही है।

चंचला के माता-पिता व उसकी दोनों बहनें।

वह अक्सर कहती थी कि एक दिन भारतीय टीम में शामिल होगी। उन्होंने बताया कि वह घर में धान की भरी बोरी उठा लेती थी। उसके इसी आत्मविश्वास ने उसे आज इस मुकाम पर पहुंचा दिया है। चंचला के चयन की जानकारी होने पर आजसू प्रखंड अध्यक्ष दिगंबर महतो ने कहा है कि चंचला के दिल्ली से लौटने के बाद एक कार्यक्रम आयोजित कर उसे सम्मानित किया जाएगा।

ऐसे पहुंची चंचला इस मुकाम पर

चंचला के पिता नरेंद्रनाथ पाहन व गांव वाले बताते हैं कि 2016 में झारखंड सरकार व सीसीएल के सौजन्य से गांव की खेल प्रतिभाओं का चयन हो रहा था। उस वक्त गांव से दर्जनों बच्चे ट्रायल देने गए थे। उसमें गांव से चंचला के अलावा अन्य छह बच्चों का भी चयन हुआ है। ताकत व आत्मविश्वास के कारण आज चंचला सब जूनियर विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई करने में सफल हुई है।

डीएवी नंदराज रांची की है छात्रा

चंचला के पिता ने बताया कि चंचला की प्रतिभा के कारण ही उसका चयन स्पोट्र्स में हुआ। इसके बाद वहीं से उसका रांची के डीएवी नंदराज में नामांकन भी करा दिया गया। फिलहाल चंचला कक्षा नौ में पढ़ाई कर रही है। वहीं, उसके भाई 22 वर्षीय किशोर पाहन ने गोस्सनर काॅलेज से आइएससी करने के बाद आइटीआइ भी किया है। आज वह एक निजी गार्ड का काम करता है। वहीं, बहन पूजा कुमारी आरटीसी काॅलेज आंनदी से बीए की पढ़ाई कर रही है। छोटी बहन एसपीवी दड़दाग में छठी कक्षा में पढ़ाई कर रही है। मां गृहि‍णी हैं और अपने खेत में काम करती हैं।


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