BIT: उद्यमी बनने के लिए बेहतर डिजाइन, सोच व कल्पना शक्ति की जरूरत
BIT बीआइटी मेसरा में उन्मुखीकरण सत्र का आयोजन किया गया। रिसर्च डेवलेपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप के डीन जगन्नाथ चोकलिंगम ने कहा कि स्टार्टअप की क्षमता पहचाननी बहुत जरूरी है। हम इसी अनुरूप आगे बढ़ेंगे तो सफल होंगे। उन्होंने सफल स्टार्टअप के आवश्यक विभिन्न अवयवों के बारे में बताया।
रांची, जासं। बीआइटी मेसरा में उन्मुखीकरण सत्र का आयोजन किया गया। रिसर्च डेवलेपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप के डीन जगन्नाथ चोकलिंगम ने कहा कि स्टार्टअप की क्षमता पहचाननी बहुत जरूरी है। हम इसी अनुरूप आगे बढ़ेंगे तो सफल होंगे। उन्होंने सफल स्टार्टअप के आवश्यक विभिन्न अवयवों के बारे में बताया। कहा, किसी भी योजना में डिजाइन व सोच का महत्व होता है। जिंदगी में सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े तो सफलता निश्चित तौर पर मिलती है। कार्यक्रम में उद्यमिता के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बौद्धिक संपदा अधिकार एवं टेक्नोलोजी ट्रांसफर से जुड़ी जानकारी छात्र-छात्राओं के साथ साझा की। उन्होंने कहा कि पेटेंट के बड़े फायदे हैं। इसके लिए सही समय पर कदम उठाना जरूरी होता है। डा. मनीष ने कहा कि उद्यमी बनने के लिए एक बेहतर डिजाइन, सोच एवं कल्पना शक्ति की जरूरत होती है।
अपनी काबिलियत के बल पर बेहतर स्थिति में
कार्यक्रम में ईडीसी के संकाय सलाहकार प्राे. विशाल एच शाह ने कहा कि बीआइटी मेसरा के कई पूर्ववर्ती छात्र सफल उद्यमी हैं। वे अपनी काबिलियत के बल पर बेहतर स्थिति में हैं। न्यूज एंड पब्लिकेशन सोसाइटी के संकाय सलाहकार डा. विजयनाथ ने प्रबंधन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी छात्र-छात्राओं से साझा की। उन्होंने कहा भारत को आत्मनिर्भर बनाने में उद्यमिता का बड़ा महत्व है। हम सही सोच के साथ सही समय पर कदम उठाएं तो आत्मनिर्भर बनने में अधिक समय नहीं लगेगा। पढ़ाई के दौरान ही इस पहलू पर सोचा जाना चाहिए। इसमें टीम हो तो और बेहतर बात है। टीम में अनुशासन का होना भी जरूरी है। धन्यवाद ज्ञापन देवांश ज्योति ने किया