BJP विधायकों ने भजन गाकर बांधा समां, हूटिंग और नारेबाजी में भी पछाड़ा... Jharkhand Assembly
Hemant Soren Jharkhand Assembly Jharkhand News झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के चौथे कार्यदिवस भी सदन में गतिरोध की स्थिति बनी रही। भाजपा विधायकों ने वेल में आकर प्रदर्शन व नारेबाजी की। वेल में बैठकर भजन भी गाए और सत्ता पक्ष की जबर्दस्त हूटिंग की।
रांची, राज्य ब्यूरो। Hemant Soren, Jharkhand Assembly, Jharkhand News झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के चौथे कार्यदिवस भी सदन में गतिरोध की स्थिति बनीं रही। विभिन्न मुद्दों को लेकर सत्तापक्ष पर हमलावर भाजपा के विधायकों ने गुरुवार को अवैध खनन का आरोप लगाते हुए सरकार की घेराबंदी की। भाजपा विधायकों ने इस विषय पर कार्यस्थगन लाकर चर्चा कराने की मांग की, लेकिन स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने कार्यस्थगन अमान्य करार दिया। इसके बाद विधायकों ने वेल में आकर प्रदर्शन व नारेबाजी की।
भाजपा विधायकों ने वेल में बैठकर भजन भी गाए और हूटिंग की। हालांकि सदन में गतिरोध के बावजूद स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने सदन चलाने की कोशिश की, जिसका विपक्ष ने विरोध किया। गतिरोध दूर करने को स्पीकर के स्तर से कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलाई गई, जिसमें सदन चलाने की सहमति बनी और दूसरी पाली सदन कुछ देर के लिए आर्डर में चला, लेकिन कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला की एक टिप्पणी से फिर हंगामे की नौबत आ गई।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक जेपी पटेल, मनीष जायसवाल और अनंत ओझा ने कार्यस्थगन पेश किया। स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने कार्यस्थगन यह कहते हुए अमान्य कर दिया कि चलते सत्र में इस पर चर्चा संभव है। इतना कहते ही भाजपा विधायक हाथों में तख्तियां लेकर वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे, जिसका स्वर मार्शल द्वारा तख्ती छीने जाने के बाद तेज हो गया। स्पीकर के अनुरोध के बावजूद भाजपा विधायक वेल से नहीं हटे।
स्पीकर ने प्रश्न काल गतिरोध के बीच ही चलाने की कोशिश की। सवाल-जवाब भी हुए लेकिन नारेबाजी के शोर के बीच प्रश्न काल का कोरम पूरा होता ही दिखाई दिया। भाजपा विधायकों ने लोबिन हेम्ब्रम के आरोपों को आधार बना सरकार को घेरा। उन्होंने एक व्यक्ति का भी इस संबंध में नाम लेते हुए आरोप लगाया। हालांकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यह कह चुके हैं कि अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
सदन में भाजपा विधायकों के वेल में उतरकर प्रदर्शन करने के बावजूद सदन चलाने की कोशिश का भाजपा विधायक सीपी सिंह ने विरोध जताया। कहा, या तो गतिरोध समाप्त करें विपक्ष के सदस्यों को 23 तक निष्कासित कर दें। स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने कहा कि गतिरोध का समाधान निकलेगा। भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि विधायकों का मान-सम्मान हेमंत सोरेन की सरकार में समाप्त हो चुका है। इस परिस्थिति में गतिरोध कैसे समाप्त हो पाएगा। सत्ता पक्ष से लोबिन हेम्ब्रम ने भाजपा के विधायकों के आरोपों पर तल्ख टिप्पणी की। स्पीकर की बैठक के बाद गतिरोध समाप्त करने पर सहमति बनी और दूसरी पाली में कुछ देर के लिए सदन आर्डर में चला।
शून्य काल में इन्होंने उठाए मामले
सदन में शून्यकाल के दौरान विधायक सीता सोरेन, अमित कुमार यादव, जेपी पटेल, उमाशंकर अकेला, पूर्णिमा नीरज सिंह, समीर महंती, ममता देवी, विरंची नारायण, मथुरा प्रसाद महतो, लंबोदर महतो, दीपक बिरूआ, राजेश कच्छप, भूषण बाड़ा, इरफान अंसारी, बंधु तिर्की व रामदास सोरेन ने लोक महत्व के मामले उठाए।