ठंड ने धूप से कर ली यारी, दिन तुम्हारा और रात हमारी
Koderma News Jharkhand Hindi News दिनभर हवा सामान्य से तेज चल रही है और पारा बढ़ने की वजह से लोगों की गर्मी का एहसास होने लगा है। रात को ठंड बरकरार है। दिन में धूप सताने लगी है।
झुमरीतिलैया (कोडरमा), जासं। Jharkhand Weather Update ठंड की विदाई की बेला है। उसने धूप से दोस्ती कर ली है। दिन में तापमान 31 डिग्री सेल्सियस को पार कर रहा है तो रात होते ही 16 डिग्री के नीचे तापमान आ जा रहा है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि यह स्थिति करीब एक सप्ताह तक रहेगी। इधर मौसम के यू टर्न लेते ही पूरे अभ्रखनगरी में लोगों को गर्मी का एहसास होने लगा है। जाड़े से बचने के लिए गर्म कपड़े और जैकेट पहनकर निकले लोगों को 8 बजे के बाद ही गर्मी लगने लगी है। दिनभर हवा सामान्य से तेज चल रही है और पारा बढ़ने की वजह से लोगों की गर्मी का एहसास होने लगा है। धूप ने तेवर कड़े कर गर्मी का रंग दिखाना शुरू कर दिया है।
इधर कुछ निजी विद्यालयों में 10 से 2 बजे तक संचालित होने वाले कक्षाओं को 9:30 से 1:30 तक कर दिया गया है, जबकि सरकारी विद्यालय में 9 से 3 बजे तक कक्षा संचालित हो रही है। इन्हें 1 मार्च से सुबह 8 से 2 बजे तक किया जाएगा। जबकि निजी और सरकारी विद्यालय में कक्षा 8 तक का पठन पाठन बंद है। ऐसे में छोटे बच्चों का गर्मी और ठंड दोनों से बचाव हो रहा है। गर्मी बढ़ने के साथ ही शीतल पदार्थ की बिक्री शुरू हो गई है। गर्मी आते ही तारातांड, विद्यापुरी सहित कई वार्डों में फरवरी माह में ही जल स्तर नीचे जाने लगा है। लोग यह सोच कर परेशान हैं कि जून जुलाई में क्या आलम होगा।
गर्मी के दस्तक के साथ ही नप ने शुरू की तैयारी
गर्मी के दस्तक के साथ ही झुमरीतिलैया नगर पर्षद ने पेयजल आपूर्ति के लिए कई कार्ययोजना बनाई है। इसके तहत शहर में नियमित जल आपूर्ति के लिए पीएचईडी के मैकेनिकल विभाग को उरवां प्लांट में दो मोटर की खरीदारी के लिए 56 लाख रुपया मुहैया कराया है जो मार्च में लग जाएगा। यह जानकारी नप के कार्यपालक पदाधिकारी कौशलेश कुमार ने दी।
उन्होंने यह भी बताया कि शहर के छह वार्डों में मसलन झलपो हरिजन मुहल्ला, पानी टंकी छठ तालाब के समीप, इंदरवा तिलैया बस्ती आदि इलाकों में बोरिंग कराकर छह हाई मोटर के जरिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए 22 लाख 50 हजार रुपये का टेंडर किया गया है। वहीं शहर के हैंडपंप के लिए पाइप हैंडल की खरीदारी की जा रही है। मार्च माह तक के पहले सप्ताह तक एक कोषांग का भी गठन कर लिया जाएगा और जहां पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाएगी, वहां टैंकर के जरिए पानी पहुंचाने का कार्य भी किया जाएगा।