जब चिकित्सक ही भरोसा नहीं जताएंगे तो लोगों में मैसेज क्या जाएगा..
रांची कोविशील्ड की जगह कोवैक्सीन क्यों लगाई जा रही है। हमें कोविशील्ड ही लगवाना है। ऐसा कहकर गुरुवार को रांची सदर अस्पताल में कुछ चिकित्सकों ने नाराजगी जताई। इसे लेकर घंटों विरोध चला। वहीं एचईसी अस्पताल से वैक्सिनेशन के लिए आए चिकित्सकों ने भी हंगामा किया। इस कारण काफी समय तक वैक्सीनेशन सेंटर में टीकाकरण बाधित रहा।
जासं, रांची : कोविशील्ड की जगह कोवैक्सीन क्यों लगाई जा रही है। हमें कोविशील्ड ही लगवाना है। ऐसा कहकर गुरुवार को रांची सदर अस्पताल में कुछ चिकित्सकों ने नाराजगी जताई। इसे लेकर घंटों विरोध चला। वहीं एचईसी अस्पताल से वैक्सिनेशन के लिए आए चिकित्सकों ने भी हंगामा किया। इस कारण काफी समय तक वैक्सीनेशन सेंटर में टीकाकरण बाधित रहा।
दरअसल, राज्य में शुरुआत में कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जा रही थी। अब चिकित्सकों व फ्रंटलाइन वर्कर को कोवैक्सीन लगाई जा रही। लेकिन इससे चिकित्सक नाराज दिखे। चिकित्सकों का कहना था कि उन्हें कोविशील्ड लगाई जाए, कोवैक्सीन नहीं।
रजिस्ट्रेशन नहीं था, चिकित्सक को नहीं लगा टीका : दरअसल, एचईसी वेलनेस सेंटर के चिकित्सक अपनी टीम के साथ वैक्सीनेशन के लिए सदर अस्पताल पहुंचे थे। लेकिन एक चिकित्सक का रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण उन्हें टीका नहीं लगाया गया। बताया जा रहा है कि उक्त चिकित्सक ने रजिस्ट्रेशन के दौरान गलत डाक्यूमेंट दिया था। इस कारण रजिस्ट्रेशन फेल हो चुका था। एचईसी वेलनेस सेंटर के डा. सीएन मुखर्जी ने कहा कि अस्पताल में अगर चिकित्सकों को ही कोरोना वायरस का टीका नहीं दिया जाएगा तो किसे दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि सदर अस्पताल में ही पहले कई लोगों को बिना रजिस्ट्रेशन वैक्सीन दी गई है। उन्होंने कहा कि हमारे साथ डॉक्टर की टीम आई हुई है। अगर वैक्सीन नहीं दिया जाएगा तो पूरा दिन बर्बाद हो जाएगा।
वैक्सीनेशन सेंटर में कोई हंगामा जैसी बात नहीं हुई है। डा. सीएन मुखर्जी का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है ऐसे में उन्हें वैक्सीनेशन नहीं किया गया। उनके साथ आए हुए अन्य चिकित्सक जिनका रजिस्ट्रेशन हो चुका है उन्हें टीका लगाया जा रहा है। अगर बिना रजिस्ट्रेशन के टीका देने की बात सामने आ रही है तो वह बेबुनियाद और निराधार है।
-डा. विमलेश सिंह, इंचार्ज, वैक्सीनेशन सेंटर, सदर अस्पताल।