Jharkhand Police: हुजूर! बिना थाना छोड़े, कैसे मनाएं साप्ताहिक अवकाश, पुलिस एसोसिएशन ने उठाए सवाल
Jharkhand Police Mens Association झारखंड के प्रभारी डीजीपी एमवी राव ने पुलिसकर्मियों का तनाव कम करने के लिए नववर्ष में साप्ताहिक अवकाश की घोषणा की थी। जनवरी में रोस्टर के तहत अवकाश शुरू तो किया गया लेकिन इससे झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन खुश नहीं है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Police Men's Association झारखंड के प्रभारी डीजीपी एमवी राव ने पुलिसकर्मियों का तनाव कम करने के लिए नववर्ष में साप्ताहिक अवकाश की घोषणा की थी। जनवरी में रोस्टर के तहत अवकाश शुरू तो किया गया, लेकिन इससे झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन खुश नहीं है। एसोसिएशन का कहना है कि पुलिसकर्मियों के संतुष्ट नहीं होने की मुख्य वजह साप्ताहिक अवकाश के दिन भी थाना नहीं छोडऩे की बाध्यता है।
एसोसिएशन का तर्क है कि जब थाना छोडऩे की अनुमति ही नहीं, तो किसलिए साप्ताहिक अवकाश। शहरी क्षेत्र के थानों में पदस्थापित पुलिसकर्मियों के लिए यह आदेश तो कुछ हद तक ठीक है, लेकिन जो जिला मुख्यालय से दूर-दराज के क्षेत्रों के थाने में पदस्थापित हैं, उनके लिए तो हर दिन एक समान है। उनका परिवार जिला मुख्यालय में रहता है, जिससे वे मिल भी नहीं पाते हैं।
झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन की केंद्रीय समिति ने गणतंत्र दिवस के बाद मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखने का निर्णय लिया है। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष राकेश कुमार पांडेय ने कहा कि साप्ताहिक अवकाश संबंधित आदेश को जब नियम व शर्तों से बांधा जाएगा, तो उस अवकाश से पुलिसकर्मियों को कोई लाभ नहीं होगा। अवकाश के दिन थाने में रहने की बाध्यता खत्म हो, ताकि पुलिसकर्मी अपने परिवार के साथ सप्ताह में एक दिन समय गुजार सकें।