Life After COVID 19: जिंदगी फिर मुस्कुराने लगी है, कोरोना के बाद रौनक फिर लौटने लगी है
Life After COVID 19 लॉकडाउन के कारण पर्यटन स्थलों तक लोग पहुंच नहीं पाए। कोरोना महामारी के कारण प्रकृति से दूर लोग अब पहाड़ों और वादियों की सैर पर जाने लगे हैं। जिंदगी को रफ्तार मिलती जा रही है।
लोहरदगा, [राकेश कुमार सिन्हा]। अब फिर से पहाड़ों की सूरत बदलने लगी है। प्रकृति और जिंदगी मुस्कुराने लगी है। कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप और उसके बाद लॉकडाउन के कारण विरान पड़े पर्यटन स्थलों तक लोग पहुंच रहे हैं। स्कूल बंद हैं, तो बच्चे इस दौरान पर्यटन का मजा भी लेने में लगे हुए हैं। पर्यटन की बदलती तस्वीर ने लोगों को फिर से जिंदगी के साथ जोड़ना शुरू कर दिया है। लंबे समय तक झारखंड के लोहरदगा जिले के पर्यटन स्थल सैलानियों से अछूते रहे। अब एक बार फिर यहां पर रौनक नजर आने लगी है। परिस्थितियां बदलने के साथ ही जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है।
पेशरार की वादियों में रौनक
लोहरदगा जिले के पेशरार प्रखंड की वादियों में रौनक नजर आ रही है। पेशरार प्रखंड के केकरांग जलप्रपात, लावापानी जलप्रपात समेत आसपास के कई स्थानों में पर्यटक एक बार फिर पूरे परिवार के साथ पहुंच रहे हैं। अरहुम नाला की खूबसूरती, पेशरार की वादियों की खूबसूरती लोगों को अपनी ओर खींचने लगी है। कोविड-19 के कारण स्कूल बंद होने से लोग अपने पूरे परिवार के साथ पर्यटन स्थलों तक पहुंचकर वहां का आनंद ले रहे हैं। पेशरार की वादियां लोगों को बुला रही हैं।
पर्यटन स्थलों की रौनक बढ़ने से स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलने लगा है। कुडू प्रखंड के 27 नंबर रेलवे पुल, भंडरा-कैरो प्रखंड के सीमावर्ती नंदिनी डैम, सेन्हा प्रखंड के धरधरिया जलप्रपात समेत जिले के अन्य पर्यटन स्थलों में लोग धीरे-धीरे पहुंचने लगे हैं। अब इन क्षेत्रों की रौनक देखते ही बन रही है। हालांकि अब भी अपेक्षित रूप से पर्यटकों की संख्या अपेक्षाकृत काफी कम है, परंतु जिंदगी को रफ्तार मिलती जा रही है। इससे लग रहा है कि जैसे जिंदगी अब वापस अपनी मुस्कुराहट की ओर लौट रही है।
धार्मिक स्थलों में भी रौनक लौटने की उम्मीद
जिले के धार्मिक स्थलों में भी रौनक लौटने की उम्मीद है। लोगों को इंतजार है कि राज्य सरकार धार्मिक स्थलों को खोलने को लेकर आदेश जारी करे। लंबे समय से धार्मिक स्थल बंद पड़े हुए हैं। लोहरदगा के ऐतिहासिक महत्व वाले धार्मिक स्थल यहां के पर्यटन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हैं।
धार्मिक स्थलों के बंद रहने से यहां पर्यटकों का आना-जाना नहीं हो पा रहा है। जिले के कई ऐसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं, जहां पर हर दिन सामान्य दिनों में सैकड़ों लोग पहुंचते थे। आज यहां पर वीरानी छाई हुई है। लोगों को इंतजार है कि पर्यटन स्थलों और ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों की रौनक फिर लौट आए।