अनुबंध पारा मेडिकल कर्मियों की हड़ताल खत्म, CM और मंत्री से मिला सकारात्मक आश्वासन
Jharkhand News कोरोना संकट के बाद स्थायीकरण तथा समान कार्य के लिए समान वेतन पर विचार होगा। मुख्यमंत्री ने मांगों पर स्वास्थ्य मंत्री मुख्य सचिव स्वास्थ्य सचिव के साथ बैठक की।
रांची, राज्य ब्यूरो। स्थायीकरण तथा समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को लेकर अनुबंध पर काम कर रहे पारा मेडिकल कर्मियों की तीन दिनों से चल रही हड़ताल शुक्रवार को दिन भर चली वार्ता के बाद शाम में खत्म हो गई। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ वार्ता और मुख्यमंत्री के सकारात्मक आश्वासन व अपील के बाद अनुबंध कर्मियों ने हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने की घोषणा की।
इससे पहले, दिन में स्वास्थ्य सचिव डा. नितिन मदन कुलकर्णी की झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के प्रतिनिधमंडल के साथ दो दौर की हुई वार्ता में स्थायीकरण तथा समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग पर सहमति नहीं बनने से वार्ता विफल हो गई थी। हालांकि स्वास्थ्य सचिव ने उनकी अन्य सभी मांगें मान ली थी। स्थायीकरण पर स्वास्थ्य सचिव के साथ सहमति नहीं बनने पर संघ के प्रतिनिधिमंडल की शाम में स्वास्थ्य मंत्री के साथ वार्ता हुई, जिसपर मंत्री ने उनकी मांगों पर मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन दिया।
उनकी पहल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव के साथ कर्मियों की मांगों पर चर्चा की। बाद में कर्मियों से कहा गया कि स्थायीकरण तथा समान कार्य के लिए समान कार्य के वेतन पर कोरोना के संकट के बाद विचार किया जाएगा। अभी मरीजों के हित में सभी काम पर लौटें। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद अनुबंध कर्मियों ने हड़ताल वापस लेने तथा काम पर लौटने की घोषणा की।
इससे पहले, स्वास्थ्य सचिव ने समान कार्य के लिए समान वेतन के संबंध में कर्मियों से कहा कि यह मामला राज्य सरकार के सभी विभागों से संबंधित है। अत: इस बिंदु पर आवश्यक कार्रवाई हेतु राज्य सरकार के संज्ञान में लाया जाएगा। उन्होंने कोरोना से निपटने में सभी कर्मियों के विशेष योगदान की चर्चा करते हुए सभी से हड़ताल से वापस आने की अपील भी की।
इन मांगों पर बनी सहमति
- कोरेाना से निपटने में लगे कर्मियों को अन्य राज्यों की तरह प्रोत्साहन राशि देने पर राज्य सरकार उचित निर्णय लेगी।
- केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत कोरोना वारियर्स के अंतर्गत आनेवाले सभी प्रकार के स्वास्थ्य कर्मियों जैसे नियमित कर्मियों, संविदा कर्मियों या आउटसोर्सिंग से काम कर रहे कर्मियों को 50 लाख रुपये के बीमा का लाभ मिलेगा। अबतक घटित घटनाओं के प्रस्ताव बीमा कंपनी को भेजे जा चुके हैं।
- अनुबंध कर्मियों की आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में उनके आश्रितों को बीमा का लाभ के संबंध में अन्य राज्यों की प्रक्रिया का अध्ययन कर निर्णय लिया जाएगा।
- अनुबंध पर कार्य कर रहे पारा मेडिकल कर्मियों के पारा मेडिकल काउंसिल में निबंधन में आ रही समस्या दूर की जाएगी।
- नियुक्ति की प्रक्रिया में स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न स्तरों पर रिक्त पदों को शामिल किया जाएगा।
- ईपीएफ कटौती में आ रही समस्या भी दूर की जाएगी।
- महिला कर्मियों को मातृत्व अवकाश तथा प्रत्येक माह दो दिनों के विशेष अवकाश नियमानुसार दिए जाएंगे।