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संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा, हमारी हालत दूसरे देशों से अच्‍छी, लाखों श्रमिकों को उनके गांवों तक पहुंचा रहे स्वयंसेवक

Migrant Workers राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ संकट में फंसे प्रवासी श्रमिकों को घर तक छोडऩे से लेकर आइसोलेशन की व्यवस्था कर रहा है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 10:50 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 02:17 AM (IST)
संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा, हमारी हालत दूसरे देशों से अच्‍छी, लाखों श्रमिकों को उनके गांवों तक पहुंचा रहे स्वयंसेवक
संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा, हमारी हालत दूसरे देशों से अच्‍छी, लाखों श्रमिकों को उनके गांवों तक पहुंचा रहे स्वयंसेवक

रांची, [संजय कुमार]।  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण आई इस त्रासदी में संघ के स्वयंसेवक रात दिन सेवा के कार्य में लगे हैं। गांव लौटने वाले श्रमिकों को भोजन कराने से लेकर उनको घर तक छोडऩे और वहां भी आइसोलेशन की व्यवस्था करने में स्वयंसेवक प्रशासन की मदद कर रहे हैं। अब तक लाखों श्रमिकों को उनके गांवों तक पहुंचाने में स्वयंसेवकों ने मदद की है और यह काम अभी जारी है।

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जगह-जगह गांवों में बने क्वारंटाइन सेंटरों में रहने वाले लोगों के भोजन की व्यवस्था स्वयंसेवक कर रहे हैं। सह सरकार्यवाह गुरुवार को दैनिक जागरण से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिना कुछ पाने की इच्छा के समाज का बहुत बड़ा वर्ग अपने प्राण संकट में डालकर पहले दिन से ही सेवा के कार्य में लगा है। संघ के 4.80 लाख कार्यकर्ता पूरे देश में सेवा कार्य में सक्रिय हैं। संघ के स्वयंसेवकों से जिस किसी भी राज्य में वहां के प्रशासन ने मदद मांगी, लोगों ने बढ़-चढ़कर मदद की है। यह कार्य अभी जारी है।

दिल्ली में आनंद विहार स्टेशन पर फंसे लोगों को घरों तक पहुंचवाया

सह सरकार्यवाह ने कहा कि जब स्वयंसेवकों को पता चला कि नई दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर हजारों मजदूर फंसे हैं तो उनके भोजन पानी की व्यवस्था तुरंत की गई। साथ ही उत्तर प्रदेश के स्वयंसेवकों ने वहां की सरकार की सहायता से 5000 बसों की व्यवस्था कर उनके घरों तक छोडऩे का काम किया गया। उसी तरह महाराष्ट्र और गुजरात से पैदल आने वाले श्रमिकों को प्रशासन की मदद से मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश के बॉर्डर तक पहुंचाने, फिर वहां से उनके घरों तक पहुंचाने का काम स्वयंसेवकों ने किया।

दूसरे देशों से हमारी स्थिति काफी अच्छी

सह सरकार्यवाह ने कहा कि भारत के साथ पूरी दुनिया कोरोना वायरस के कारण निॢमत परिस्थिति से जूझ रही है। भारत की वैविध्यपूर्ण और विशाल जनसंख्या को देखते हुए इस लड़ाई में दुनिया के अन्य दिग्गज देशों से हमारी स्थिति काफी अच्छी है। पहली बार लॉकडाउन का अनुभव लोगों ने किया। इसके अनुकूल और विपरीत परिणामों की चर्चा भी सर्वत्र चल रही है। धीरे-धीरे लॉकडाउन खुल रहा है, सावधानीपूर्वक आगे बढऩा होगा। इस एकदम नये प्रकार की बीमारी से उत्पन्न परिस्थिति से निपटने के तरीके भी नए रहेंगे और इस के बाद की दुनिया भी पहले के समान नहीं रहेगी। जनजीवन को सामान्य स्थिति में लाना आसान नहीं होगा। संकल्पबद्ध होकर, नयी राह पर साथ मिलकर, दृढ़ता पूर्वक चलना होगा।

श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में नाश्ते, पानी व भोजन की कर रहे व्यवस्था

जैसे ही स्वयंसेवकों को पता चला कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आने वाले लोगों को खाने-पीने की कठिनाई हो रही है, जगह-जगह स्टेशनों पर संघ के स्वयंसेवक भोजन व नाश्ते की व्यवस्था कर रहे हैं। स्वयंसेवक ट्रेन के डिब्बों में नाश्ते व भोजन चढ़ाने का काम कर रहे हैं। जमशेदपुर से गुजरने वाली सभी ट्रेनों में पानी देने की व्यवस्था की गई है। रांची में सभी यात्रियों को पानी व बिस्कुट दे रहे हैं। वहीं झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश के कई गांवों व प्रखंड स्तर पर स्थित क्वारंटाइन सेंटरों में जाकर स्वयंसेवक भोजन कराने के साथ-साथ मास्क का वितरण कर रहे हैं।


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