Terror Funding Case: PLFI चीफ दिनेश गोप की दोनों पत्नियां सरकारी गवाह बनने को तैयार
Terror Funding Case जेल में बंद उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया के सुप्रीमो दिनेश गोप की दोनों पत्नियां हीरा देवी और शकुंतला कुमारी सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गईं।
रांची, जासं। Terror Funding Case टेरर फंडिंग में जेल में बंद उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) के सुप्रीमो दिनेश गोप की दोनों पत्नियां हीरा देवी और शकुंतला कुमारी सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गई हैं। गुरुवार को दोनों ने अधिवक्ता के माध्यम से एनआइए के विशेष जज नवनीत कुमार की अदालत में आवेदन दिया है। आवेदन दे कर एनआइए कांड संख्या 2/2018 में सरकारी गवाह बनने की अनुमति मांगी है।
अदालत ने आवेदन पर एनआइए से जवाब मांगा है। एनआइए के अधिवक्ता ने आवेदन पर जवाब देने के लिए अदालत से समय की मांग की है। एनआइए के जवाब के बाद इसपर सुनवाई होगी। मालूम हो कि दिनेश गोप फरार हैै। आरोप है कि दिनेश गोप के सहयोगी सुमंत कुमार और अरुण गोप दोनों हीरा और शकुंतला के सहयोग से लेवी वसूलते थे और फर्जी कंपनियों में निवेश करते थे।
31 जनवरी से जेल में बंद हैं दिनेश की दोनों पत्नियां
एनआइए टीम ने लेवी वसूलने के आरोप में दिनेश गोप की दोनों पत्नी को 31 जनवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। एनआइए ने दोनों को तीन दिन के लिए रिमांड पर भी लिया था।
दिनेश पर नोटबंदी के समय पैसा खपाने का है आरोप
दिनेश गोप पर नोटबंदी के समय लेवी से उगाही गई रकम खपाने का आरोप है। गुप्त सूचना पर बेड़ो थाना पुलिस ने 10 नवंबर 2016 को छापेमारी कर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बेड़ो शाखा परिसर से दिनेश गोप के सहयोगी विनोद कुमार, चंद्रशेखर कुमार और नंदकिशोर महतो को गिरफ्तार किया था। तीनों के पास से बैन किए गए हजार और पांच सौ के 25 लाख 38 हजार रुपये बरामद हुए थे। टेरर फंडिंग का मामला सामने आने के बाद 16 जनवरी 2018 को एनआइए ने केस को टेकओवर कर लिया। एनआइए नंदलाल स्वर्णकार, जितेंद्र कुमार व गुमला के इंजीनियर सुमंत कुमार सहित 13 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इन आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल किया जा चुका है।