खेल- सोने पर दांव, कीचड़ में पांव
रांची शनिवार से होटवार के बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम में शुरू हो रहे पूर्वी क्षेत्र जूनियर एथलेटिक्स मीट में खिलाड़ियों को अपने विरोधियों के साथ साथ दलदली मैदान से भी दो दो हाथ करना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, रांची: शनिवार से होटवार के बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम में शुरू हो रहे पूर्वी क्षेत्र जूनियर एथलेटिक्स मीट में खिलाड़ियों को अपने विरोधियों के साथ साथ दलदली मैदान से भी दो दो हाथ करना पड़ेगा। दो दिवसीय प्रतियोगिता में भाग लेने आए विभिन्न राज्यों के खिलाड़ियों को ट्रैक इवेंट में तो कोई परेशानी नहीं होगी लेकिन जेवलिन, डिस्कस, हैमर थ्रो में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को दलदली मैदान से भी संघर्ष करना पड़ेगा। वहीं इन स्पर्धाओं में लगे तकनीकी पदाधिकारियों को भी दलदली मैदान के कारण परेशानी से दो चार होना पड़ेगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस स्टेडियम में ट्रैक व इवेंट की स्पर्धाएं तो सफलतापूर्वक आयोजित हो जाएगी। लेकिन फुटबॉल खेलने के कारण मैदान में जगह जगह गड्ढे होने के कारण उसमें पानी जमा हो जाने से वह दलदल का रूप ले लिया है। जिसमें चलने से पैर घसने लगते हैं। आयोजकों ने भी स्वीकार किया कि ग्राउंड में पानी जमा होने के कारण परेशानी होगी।
168 स्वर्ण हैं दांव पर
पूर्वी क्षेत्र एथलेटिक्स मीट में कुल 168 स्वर्ण, 168 रजत व 168 कांस्य पदक दांव पर होंगे। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए बंगाल, बिहार, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, असम की टीमें पहुंच चूकी है। झारखंड का 111 सदस्यीय दल इसमें भाग ले रहा है।
खिलाड़ियों के रहने की व्यवस्था डोरमेट्री में
दो दिवसीय मीट में भाग लेने आए खिलाड़ियों के रहने की व्यवस्था डोरमेट्री में की गई है। आयोजकों द्वारा उन्हें गद्दा मुहैया कराया गया है। जबकि भारतीय एथलेटिक्स संघ के निर्देशानुसार आयोजकों ने वहां मेस की व्यवस्था की है और वहां सभी टीमों के खिलाड़ी पैसा देकर खायेंगे। खिलाड़ियों को 150 रुपए में तीन समय का खाना उपलब्ध कराया गया है।