मृत या जेल में बंद इनामी नक्सली का पता चलते ही सूची से नाम हटाएं
गृह विभाग ने पुलिस मुख्यालय से किया पत्राचार कहा इसकी सूचना विभाग को भी कराएं उपलब्ध
गृह विभाग ने पुलिस मुख्यालय से किया पत्राचार, कहा, इसकी सूचना विभाग को भी कराएं उपलब्ध
- जेल में बंद एक नक्सली के विरुद्ध इनाम की घोषणा उजागर होने के बाद लिया निर्णय
राज्य ब्यूरो, रांची : अगर कोई इनामी नक्सली की मौत हो जाती है या फिर उसके जेल में रहते हुए जानकारी के अभाव में उस पर इनाम की घोषणा हो जाती है, तो उसे सूची से तत्काल हटाया जाएगा। उसका नाम सूची से स्वत: विलोपित समझा जाएगा। यह आदेश गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग का है, जो पुलिस मुख्यालय को दिया गया है।
हाल ही में पुलिस मुख्यालय ने 12 नक्सलियों पर पुरस्कार की घोषणा की अनुशंसा की थी। इसी अनुशंसा के आलोक में गृह विभाग ने यह निर्देश जारी किया है। पुलिस मुख्यालय को यह भी आदेश दिया गया है कि बीच-बीच में इनामी नक्सलियों की अद्यतन स्थिति का जायजा लें, ताकि उनकी अद्यतन जानकारी मिलती रहे। ऐसा होने से इनाम की सूची भी अपडेट होती रहेगी। पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए विभाग ने यह फैसला किया है।
हाल में आ चुका है एक ऐसा ही मामला :
हाल में ही एक ऐसा ही मामला सामने आ चुका है। इनाम की घोषणा के छह महीने के बाद पता चला कि एक लाख का इनामी नक्सली रवि जी उर्फ सुमेश उरांव गढ़वा जेल में बंद है। जेल में बंद था और उसपर एक लाख रुपये का इनाम रख दिया गया था। जब इसकी जानकारी पुलिस को मिली, तो उसपर पुरस्कार की राशि को हटाने की अनुशंसा की गई।