Move to Jagran APP

इस साल भी झारखंड में सुखाड़ के संकेत, कई जिलों में शुरू नहीं हुई धानरोपनी

Jharkhand. राज्य में विलंब से शुरू हुई बारिश का असर दिखने लगा है। जुलाई का पहला पखवाड़ा बीत चुका है लेकिन धान का आच्छादन लक्ष्य के महज 11 फीसद तक ही पहुंच सका है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 17 Jul 2019 07:56 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jul 2019 12:24 PM (IST)
इस साल भी झारखंड में सुखाड़ के संकेत, कई जिलों में शुरू नहीं हुई धानरोपनी
इस साल भी झारखंड में सुखाड़ के संकेत, कई जिलों में शुरू नहीं हुई धानरोपनी

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में मानसून के विलंब से आने और रुक-रुक कर होने वाली बारिश का असर खरीफ फसल पर देखने को मिलने लगा है। जुलाई का पहला पखवाड़ा बीत चुका है लेकिन राज्य की मुख्य फसल धान का आच्छादन लक्ष्य के महज 11 फीसद तक ही पहुंच सका है। दर्जन भर जिलों में रोपाई का कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका है। गत वर्ष 129 प्रखंडों में पड़े सुखाड़ के बाद इस वर्ष भी संकेत कुछ अच्छे नहीं दिखाई दे रहे हैं। अगर बारिश का रुख एक सप्ताह और कमजोर रहा तो परिणाम गत वर्ष से भी खराब हो सकते हैं।

loksabha election banner

राज्य सरकार ने इस वर्ष भी धान के लिए 1800 हजार हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसके सापेक्ष 16 जुलाई तक 198 हेक्टेयर में धान की रोपाई हो सकी है, जो कि लक्ष्य का महज 11 प्रतिशत ही है। हालांकि कृषि विभाग अब तक की खेती की रिपोर्ट से नाउम्मीद नहीं है। विभाग को भरोसा है कि आंकड़े में जल्द ही तब्दीली देखने को मिलेगी। जुलाई माह में अब तक इस माह होने वाली औसत बारिश का 40 फीसद बारिश हुई है। उप कृषि निदेशक मुकेश कुमार सिन्हा फिलहाल स्थिति को खराब नहीं मानते।

कहते हैं कि बिचड़ा तैयार होने में करीब 20 दिन लगते हैं, इसके बाद खेती शुरू होती है। 31 जुलाई तक आंकड़ों में बड़ी तब्दीली देखने को मिलेगी। हालांकि, वे स्वीकारते हैं कि बारिश के विलंब से शुरू होने से खेती का कार्य भी देरी से शुरू हुआ है और आगे भी हमारी उम्मीदें बारिश पर टिकी हुई हैं। बता दें कि जुलाई माह में झारखंड में औसतन 319 मिमी बारिश होती है। 16 जुलाई तक 127 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है जो कि इस माह होने वाली बारिश का 40 प्रतिशत है।

अगले पखवाड़े होने वाली अच्छी बारिश पर राज्य की फसल की उम्मीदें टिकी हुईं हैं। कृषि के जानकारों की मानें तो झारखंड में छीटा और रोपा दो तरह से धान की खेती की जाती है। चाईबासा जैसे जिन जिलों में छीटा को अपनाया जाता है वहां कवरेज अच्छा है जबकि हजारीबाग व पलामू में जहां रोपा किया जाता है, वहां अब तक शून्य परिणाम ही दिखाई दे रहा है।

विभिन्न जिलों में धान की स्थिति

जिले का नाम   लक्ष्य     कवरेज    प्रतिशत

रांची           171.00     1.839      1.08

खूंटी            76.00     0.270      0.36

गुमला          188.00    33.840     18.00

सिमडेगा        85.00     10.714     12.60

लोहरदगा        47.00     0.177      0.38

गढ़वा           55.00      0.000     0.000

पलामू          51.00      0.000      0.000

लातेहार         30.00      0.000      0.000

पू. सिंहभूम     110.00    14.062     12.78

प. सिंहभूम     186.00     129.661   69.71

सरायकेला      100.00     0.000      0.000

हजारीबाग       84.00      0.000      0.000

रामगढ़          33.00      0.000      0.000

चतरा            36.50     0.000       0.000

कोडरमा         17.00     0.000       0.000

गिरिडीह        88.00      0.000       0.000

धनबाद         43.00       0.000      0.000

बोकारो         35.00      0.000       0.000

दुमका          111.00     0.214      0.19

देवघर          52.00       0.000      0.000

जामताड़ा       52.00      0.013      0.03

गोड्डा         51.50      0.774      1.50

साहिबगंज     49.00       6.130      12.51

पाकुड़         49.00       0.445      0.91

कुल         1800.00      198.139    11.01

नोट : फसल आच्छादन के आंकड़े हजार हेक्टेयर में हैं।

प्रमंडलवार धान के आच्छादन की स्थिति

प्रमंडल          लक्ष्य      कवरेज     प्रतिशत

द. छोटानागपुर   567.00    46.840     8.26

पलामू           136.00     0.000      0.000

कोल्हान         396.00     143.723    36.29

उ. छोटानागपुर   336.00     0.000      0.000

संताल परगना    364.500    7.576      2.08

नोट : फसल आच्छादन के आंकड़े हजार हेक्टेयर में हैं।

वर्षा की स्थिति

जिला      सामान्य बारिश    अब तक हुई बारिश

रांची         362.4             86.5 

खूंटी        334.0              94.3  

गुमला       299.7             138.9  

सिमडेगा    403.4             111.0  

लोहरदगा    305.0            146.9  

गढ़वा        362.4            158.2  

पलामू        344.7           141.9 

लातेहार        353.8         142.5

पू. सिंहभूम    316.8         85.4

प. सिंहभूम     271.6        110.3

सरायकेला     280.9       87.6

हजारीबाग      282.2       135.8

रामगढ़         339.3        85.9

चतरा           308.2        164.1

कोडरमा        323.7        129.00

गिरिडीह        292.6        113.6 

धनबाद         344.8        86.5

बोकारो         286.8        72.8

दुमका        335.2         112.1 

देवघर          321.9       142.6

जामताड़ा       325.6       132.2

गोड्डा         251.5        171.2

साहिबगंज     288.0         239.3

पाकुड़         329.8         162.8

कुल औसत     319.4       127.8

नोट : सामान्य वर्षा के आंकड़ों से तात्पर्य जुलाई माह में कुल होने वाली बारिश है। जबकि अब तक वास्तविक वर्षा में 16 जुलाई तक हुई बारिश का ब्योरा दिया गया है। वर्षा के आंकड़े मिमी में हैं।

सभी फसलों के आच्छादन का समेकित कवरेज

फसल        लक्ष्य       कवरेज      प्रतिशत

धान         1800.00     198.139      11.01

मक्का        312.560    125.540      40.49

दलहन       612.900       81.862     13.36

तिलहन      60.000       15.566       25.94

मोटा अनाज   42.000      3.571       8.50

कुल         2827.00      425.678     15.055

नोट : खेती के आंकड़े हजार हेक्टेयर में हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.