11 साल में सहायक पोस्टमास्टर ने बनाई 72 लाख की संपत्ति, CBI ने दर्ज की FIR
डोरंडा मुख्य डाकघर के पूर्व सहायक पोस्टमास्टर राजेश कुमार पर सीबीआइ की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति मामले में प्राथमिकी दर्ज की है।
रांची, राज्य ब्यूरो। डोरंडा मुख्य डाकघर के पूर्व सहायक पोस्टमास्टर सह वर्तमान में हेहल स्थित पोस्टल स्टोर विभाग के सहायक पोस्टमास्टर राजेश कुमार ने 11 साल में 72 लाख, 70 हजार 450 रुपये की चल-अचल संपत्ति बना ली। यह संपत्ति खुद व परिवार के सदस्यों के नाम पर बनाई है। इस मामले में सीबीआइ की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में राजेश कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है।
राजेश कुमार वर्तमान में रांची के लालपुर स्थित लोअर वर्धमान कंपाउंड में स्प्रिंग वैली फेज वन के ब्लॉक ए स्थित फ्लैट नंबर 3बी में रहते हैं। वे मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के विद्यापति नगर मऊ बाजार के रहने वाले हैं। सीबीआइ की रांची स्थित एसीबी शाखा को सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली कि डोरंडा मुख्य डाकघर के पूर्व सहायक पोस्ट मास्टर राजेश कुमार ने अकूत संपत्ति अर्जित की है। वे हटिया उप डाकघर के सब पोस्टमास्टर थे और वर्तमान में हेहल के पोस्टल स्टोर विभाग में कार्यरत हैं।
सूचना के बाद सीबीआइ ने प्रारंभिक जांच की, जिसमें चेक पीरियड एक जनवरी 2008 से 30 जून 2019 तक का लिया गया। इस दौरान उनके पास 72 लाख 70 हजार 450 रुपये की चल-अचल संपत्ति मिली। यह संपत्ति उन्होंने खुद और परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर बनाई है। जबकि, सभी स्रोतों से इस दरम्यान उनकी कुल आय 59 लाख 35 हजार 624 रुपये थी।
प्रारंभिक जांच में जो बातें सामने आई
- चेक पीरियड 01 जनवरी 2008 से 30 जून 2019 तक राजेश कुमार की सभी स्रोतों से कुल आय : 59 लाख 35 हजार 624 रुपये।
- चेक पीरियड 01 जनवरी 2008 से 30 जून 2019 तक राजेश कुमार ने कुल व्यय किए : 20 लाख, दो हजार, 205 रुपये।
- चेक पीरियड के दौरान बचे शेष राशि : 39 लाख 33 हजार 437 रुपये।
- चेक पीरियड के दौरान राजेश कुमार के पास मिली चल व अचल संपत्ति : 72 लाख 70 हजार 450 रुपये। यह संपत्ति उन्होंने अपने व परिवार के सदस्यों के नाम पर बनाई।