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डॉक्टरों को मनाने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री, कहा-नहीं होगी एसीबी जांच

रांची स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने सोमवार को रिम्स पहुंचकर 14 जुलाई को ट्रामा सेटर के उद्घाटन का जायजा लिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Jul 2019 07:10 AM (IST)Updated: Tue, 09 Jul 2019 07:10 AM (IST)
डॉक्टरों को मनाने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री, कहा-नहीं होगी एसीबी जांच
डॉक्टरों को मनाने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री, कहा-नहीं होगी एसीबी जांच

जागरण संवाददाता, रांची : स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने सोमवार को रिम्स पहुंचकर 14 जुलाई को ट्रॉमा सेंटर के उदघाटन को लेकर हो रही तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने रिम्स निदेशक एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें डॉक्टरों की नाराजगी पर भी चर्चा हुई। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि चिकित्सकों से बात हो गई है। कोई भी वीआरएस नहीं लेंगे। एसीबी जांच कराने के संबंध में कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान ऐसी बात नहीं कही थी। उनका कहना था कि जो निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं और रिम्स में समय नहीं दे रहे हैं, उनपर कार्रवाई की जाए।

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चंद्रवंशी ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर को जल्द शुरू करना है, लेकिन उसके लिए बहुत सारे टेक्नीशियन और डॉक्टरों की जरूरत है। इसके लिए निदेशक को उचित निर्देश दिया गया है। 14 जुलाई को केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह एवं मुख्यमंत्री रघुवर दास इसका उद्घाटन करेंगे। ंउसी दिन नये हॉस्टल का भी उद्घाटन किया जाएगा।

डॉक्टरों की नाराजगी एवं वीआरएस लेने के संबंध में कहा कि उनलोगों से बातचीत की गई है। सभी चिकित्सकों का भ्रम दूर हो गया है। कोई डॉक्टर वीआरएस नहीं लेंगे। सभी से कहा गया है कि जो भी नियम है उसके तहत काम करें। रिम्स निदेशक डॉ डीके सिंह को भी कहा गया है कि वे सभी चिकित्सकों को मान-सम्मान दें। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि निदेशक भी चाहते हैं कि अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा मिले। इसके लिए ही उन्होंने सभी को समय से आने की बात कही थी। अगर कोई भी चिकित्सक समय से मरीजों को नहीं देखते हैं तो उसमें भी अस्पताल प्रबंधन की बदनामी होती है। इसलिए सभी को समय पर काम करने की बात कही जा रही है।

अगर कोई निजी प्रैक्टिस करना चाहता है तो ईमानदारी से करें

रिम्स निदेशक ने स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक के बाद कहा कि डॉक्टरों द्वारा वीआरएस लेने में जहां तक रिम्स प्रबंधन की कड़ाई की बात आ रही है ऐसा बिलकुल नहीं है। प्रबंधन की जानकारी में अभी तक सिर्फ एक चिकित्सक का ही वीआरएस का आवेदन आया है। रिम्स के सभी वरीय चिकित्सक अपना ड्यूटी आवर बखूबी जानते हैं। अगर कोई निजी प्रैक्टिस करना चाहते हैं तो ईमानदारी से करें। वीआरएस लेने से चिकित्सकों की कमी के सवाल पर कहा, फिलहाल फैकल्टी की कमी नहीं है। जरूरत पड़ने पर बहाली की प्रक्रिया तेज की जाएगी।

वीआरएस लेने वाले 28 डॉक्टरों की लिस्ट तैयार

रिम्स डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्य डॉ. प्रभात कुमार ने कहा कि कोई भी अस्पताल चिकित्सकों से चलता है। अगर अस्पताल में चिकित्सक ही नहीं रहेंगे तो अस्पताल कैसे चलेगा। रिम्स प्रबंधन पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि अभी सिर्फ एक डॉक्टर ही रिम्स छोड़ने के लिए आवेदन दिए हैं। 28 डॉक्टरों की लिस्ट तैयार है। इस सप्ताह के अंत तक 4-5 और डॉक्टर अस्पताल छोड़ सकते हैं।


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