होल्डिंग टैक्स में चाहिए छूट तो बचाएं बरसात का पानी
रांची पानी नहीं बचाने के लिए नगर निगम डेढ़ गुणा होल्डिंग टैक्स ले रह है। लेकिन अब पानी बचाने के लिए निगम ईनाम देगा।
जागरण संवाददाता, रांची :
पानी नहीं बचाने के लिए नगर निगम डेढ़ गुणा होल्डिंग टैक्स ले रहा है। और अब पानी बचाने के लिए निगम ईनाम देने पर भी विचार कर रहा है। यदि आपके घर में बरसात के पानी को बचाने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम मौजूद है तो आपके होल्डिंग टैक्स में निगम छूट देगा। टैक्स में छूट के लिए आपके घर में कम से कम पांच पौधे और वाटर रिसाइकिल की विधि भी मौजूद होनी चाहिए। ऐसे घर को नगर निगम स्मार्ट हाउस की संज्ञा देगा।
शुक्रवार को डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने बताया कि जलशक्ति अभियान के तहत हर व्यक्ति को पानी बचाने की मुहिम से जोड़ने के प्रयास किया जा रहा है। इस ओर स्मार्ट हाउस का कॉन्सेप्ट कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा कि छूट की राशि अब तक तय नहीं की गई है। निगम की बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बाद ही इसकी घोषणा की जाएगी। कैसे मिलेगा लाभ -
- नए या पुराने घर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और पांच पौधे लगाएं।
- पानी के दोबारा प्रयोग में लाने की विधि अपनाएं। (जैसे बेसिन के पाइप को पौधों या गमलों में जोड़ दें)
- अपने घर के पास एक सोकपिट बनाएं जिसमें घर का पानी जाए।
- सभी मानकों के पूरा होने के बाद नगर निगम में जा कर आवेदन दें।
- निगम की टीम निरीक्षण के लिए आएगी, जिसकी स्वीकृति के बाद आपको होल्डिंग टैक्स में छूट मिलेगा। --------------------------------
जल संरक्षण के लिए एनजीओ की मदद लेगा नगर निगम -
पानी बचाने की कवायद में नगर निगम स्वयं सेवी संस्थाओं की मदद लेने की योजना बना रहा है। इसके तहत निगम एनजीओ को प्रेरित करेगा कि वे सार्वजनिक भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाएं। यहां तक कि लायंस क्लब और रॉटरी क्लब से बात की जा चुकी है। शेष संस्थाओं से बात कर जल्द ही योजना की शुरुआत होगी। जलशक्ति अभियान के तहत रांची के 53 वार्डो में पौधे लगवाएं जाएंगे। इसके लिए सभी वार्ड के पार्षदों के साथ चर्चा की जाएगी। ------------------------------
देश की पहली हर्बल सिटी बनेगी रांची -
रांची को देश की पहली हर्बल सिटी बनाने के लिए डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय दृढसंकल्पित है। उन्होंने बताया कि रांची के सभी वार्ड में 4 प्रकार के औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। ये पौधे रांची के ही डॉ. सुरेश अग्रवाल मुहैया कराएंगे। 10 जुलाई को इससे संबंधित प्रजेंटेशन दिया जाएगा, जिसके करीब डेढ़ महीने बाद योजना को जमीन पर उतारा जाएगा।