85 हजार से नहीं डिगा ईमान, पर पुलिस ने कर दिया परेशान Ranchi News
Jharkhand. रांची में एक युवक को अस्पताल गेट पर 85 हजार रुपये मिले। उसने गार्ड को इसकी सूचना दी। गार्ड ने पुलिस को खबर कर दी।
ओरमांझी (रांची), जासं। जमशेदपुर से मेदांता हॉस्पिटल अपने पिता का उपचार कराने आए युवक अनीस अहमद ने अस्पताल गेट पर पड़े मिले 85 हजार रुपये उसके वास्तविक मालिक को सौंप ईमानदारी की मिसाल पेश की है। बताया जाता है कि अनीस तीन जुलाई को 12 बजे किसी काम से हॉस्पिटल से बाहर निकला था। लौटने के क्रम में उसे बारिश के पानी से भींगे कागज में लिपटा रुपये का बंडल मिला।
इसमें 85 हजार रुपये थे। उसने गार्ड को रुपये मिलने की जानकारी दी और हॉस्पिटल चला गया। कुछ देर बाद ही एक वृद्ध व्यक्ति उससे मिलने पहुंचा और बताया कि उसके 85 हजार रुपये खो गए हैं। रुपये के बारे में उसके द्वारा दी गई जानकारी सत्य पाए जाने पर अनीस ने वृद्ध को रुपये लौटा दिए। वृद्ध ने उसे दुआ दी और रुपये ले लौट गया।
माइनिंग इंजीनियर है अनीस, पिता हैं जमशेदपुर में सब इंस्पेक्टर
अनीस ने माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और उसके पिता अनवारूल हक (55) पुलिस विभाग में ही सब इंस्पेक्टर हैं और अभी जेएपी-6 जमशेदपुर में पदास्थापित हैं। वह किड्नी रोग से ग्रसित हैं और फिलहाल मेदांता हॉस्पिटल, रांची के जेनरल वार्ड बी-2 मे भर्ती हैं।
युवक ने पुलिस पर लगाया परेशान करने का आरोप
अनीस ने जबतक वृद्ध को पैसे लौटाए, तबतक गार्ड ने रुपये मिलने की जानकारी ओरमांझी थाना को भी दे दी थी। इसके बाद पुलिस मेदांता पहुंची और युवक को थाना ले गई। अनीस का कहना है कि कितने पैसे मिले और किसे लौटाए यह जानकारी लेने के लिए पुलिस उसे काफी देर तक परेशान करती रही। कई बार पुलिस हॉस्पिटल में भी पूछताछ करने पहुंच चुकी है। इससे अनीस काफी परेशान हो गया है। उधर इस मामले में ओरमांझी के थानेदार श्यामकिशोर महतो ने कहा कि युवक से बस पूछताछ की गई है। उसे परेशान नहीं किया गया है। युवक ने सराहनीय काम किया है।