भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा आज, सैकड़ों लीटर दूध से होगा अभिषेक
रांची प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ मेला सोमवार को भगवान के स्नान यात्रा से आरंभ हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, रांची : प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ मेला सोमवार को भगवान के स्नान यात्रा से आरंभ हो जाएगी। स्नान यात्रा को लेकर सभी प्रकार की तैयारी पूरी हो गई है। दोपहर एक बजे से वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा को गर्भगृह से बाहर निकाला जाएगा। सर्वप्रथम मंदिर के मुख्य पुजारी ब्रजभूषण मिश्र के सानिध्य में दूध, गंगाजल, डाभ पानी, गुलाब जल, सुगंधित आदि से महाभिषेक कराया जाएगा। दिव्य श्रृंगार किया जाएगा। जय जगन्नाथ के जयकारे के बीच भगवान की 108 महाआरती उतारी जाएगी। दिव्य भोग लगाए जायेंगे। प्रसाद बांटे जाएंगे। इसके बाद आम भक्तों के लिए अभिषेक शुरू हो जाएगा। सैकड़ों भक्तगण अपने साथ लाए गंगाजल आदि से अभिषेक करेंगे। यह अनुष्ठान दोपहर ढाई बजे तक चलेगा। अभिषेक के उपरांत भगवान एकांतवास में चले जाएंगे। एकांतावास में रहने के दौरान 15 दिनों तक भगवान का विशेष श्रृंगार होगा। इस अवसर पर जगन्नाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी। देर शाम तक मंदिर परिसर गुलजार रहेगा। इसके साथ ही, जगन्नाथ मेला की तैयारी शुरू हो जाएगी।
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बीमार होने के कारण भगवान जाएंगे एकांतवास में
मान्यतानुसार अधिक स्नान के कारण भगवान बीमार पड़ जाते हैं और आराम करने चले जाते हैं। इसी को एकांतवास कहा जाता है। इस दौरान भगवान का पूजा-अर्चना नहीं होता है। करीब 15 दिनों तक स्वास्थ्य लाभ लेने के बाद भगवान भक्तों के बीच आते हैं। इस बीच भगवान का दिव्य श्रृंगार किया जाता है।
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तीन जुलाई को एकांतवास से निकलेगें प्रभु, चार को रथयात्रा
भगवान जगन्नाथ तीन जुलाई को पूर्णत: स्वस्थ होकर एकांतावास से निकलेंगे। दोपहर तीन बजे सजधज कर भक्तों को दर्शन देंगे। इसी दिन अंतिम श्रृंगार के रूप में नेत्रदान संपन्न होगा। भगवान के दर्शन को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। हजारों की भीड़ भगवान का स्वागत करेंगे। शाम तक दर्शन अनुष्ठान होगा। इसके अगले दिन चार जुलाई को धूमधाम से रथ यात्रा निकाली जाएगी। एक सप्ताह के लिए भगवान मौसीबाड़ी जाएंगे।