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ग्लोबल एग्रीकल्चर-फूड समिट आज से

राज्य ब्यूरो, रांची : झारखंड के किसानों को विश्व बाजार से जोड़ने, किसानों की आय दोगुनी क

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Nov 2018 01:49 AM (IST)Updated: Thu, 29 Nov 2018 07:55 AM (IST)
ग्लोबल एग्रीकल्चर-फूड समिट आज से
ग्लोबल एग्रीकल्चर-फूड समिट आज से

राज्य ब्यूरो, रांची : झारखंड के किसानों को विश्व बाजार से जोड़ने, किसानों की आय दोगुनी करने और झारखंड को पूर्वी भारत के फूड प्रोसेसिंग हब के रूप में स्थापित करने के बहुआयामी उद्देश्य से रांची में किसानों के महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है।

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29 व 30 दिसंबर को खेलगांव के टानाभगत इंडोर स्टेडियम में आयोजित ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट-2018 में दस हजार किसानों का जुटान होगा। 50 विदेशी डेलीगेट्स के साथ-साथ कुल 1800 डेलीगेट्स भाग लेंगे। समिट का उद्घाटन केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह और मुख्यमंत्री रघुवर दास करेंगे, वहीं, समापन समारोह की मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू होंगी।

गुजरात के बाद झारखंड देश का दूसरा राज्य हैं जहां किसानों के लिए विशेष तौर पर इतने बड़े सम्मेलन का आयोजन किया गया है। ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट गत वर्ष आयोजित मोमेंटम झारखंड की ही कड़ी का हिस्सा है।

इस समिट में निवेश के लक्ष्य को भी साधा जाएगा। इस दौरान 50 कंपनियों का शिलान्यास होगा। ये कंपनियों राज्य में 271 करोड़ रुपये के निवेश करेंगी जिससे प्रत्यक्ष रूप से 1614 और प्रत्यक्ष रूप से 4110 लोगों को रोजगार मिलेगा।

समिट में शिक्षाविद्, प्रमुख कृषि-चिंतक, शोधकर्ता, कृषि संस्थान और विश्वविद्यालय, किसान समूह, केंद्र व राज्य सरकार के विभागों के विशेषज्ञ, प्रगतिशील किसान, कृषि व्यवसाय से संबंधित कंपनियां, बीज, सिंचाई, उपकरण, खाद्य प्रसंस्करण वर्ग, वित्तीय संस्थान और छात्र भाग लेंगे।

फोकस कंट्री व साझीदार देश :

फोकस कंट्री : मोरक्को। साझीदार देश : ट्यूनीशिया, चीन, इजराइल, फिलीपींस और मंगोलिया।

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40 हजार वर्गफीट में लगाई जाएगी कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी :

खेल गांव में राज्य के सभी 24 जिलों के स्टाल के अलावा अन्य राज्यों के पवेलियन भी बनाए गए हैं। प्रदर्शनी स्टालों की कुल संख्या 160 है। यहां 40 हजार वर्गफीट में कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है।

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इन विषयों पर होगी सेमिनार :

कृषि उपकरण, आर्गेनिक खेती, कृषि स्टार्टअप एवं एग्रो उद्यमी इकोसिस्टम, खाद्य प्रसंस्करण, दुग्ध-कुक्कुट एवं मत्स्य, फीड एंड फॉडर। 30 नवंबर को विश्व बैंक द्वारा टेक्निकल सत्र भी आयोजित होगा।

इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय सत्र भी होंगे, जिसमें चीन व इजराइल जैसे देश कृषि और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में अपने देश के अनुभव किसानों से साझा करेंगे।

समिट का उद्देश्य :

- झारखंड की समृद्ध और सशक्त बहुआयामी कृषि संभावना को विश्व पटल पर प्रदर्शित करना।

- वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करना और झारखंड को पूर्वी भारत में फूड प्रोसेसिंग हब के रूप में स्थापित करना।

- राज्य के किसानों को विश्व स्तरीय तकनीकी से परिचय करना।

- कृषि और फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निवेश के अवसर तलाशना।

- कृषि के विभिन्न प्रक्षेत्रवार वैल्यू ऐडेड चेन विकसित करना जिससे खेत-खलियान से लेकर बाजार तक मांग और आपूर्ति की निरंतरता बनी रहे।

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