CM ने सुनाई पुलिस को खरीखोटी, डीआइजी से जांच कराओ; दारोगा को हटाओ
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पुलिस अफसरों को जनसंवाद के दौरान खूब फटकारा। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने लोगों को दौड़ाने से बाज आने को कहा।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पुलिस अफसरों को खूब खरीखोटी सुनाई है। मंगलवार को यहां सूचना भवन सभागार में जनसंवाद के तहत सीधी बात कार्यक्रम में वे फरियादियों से रूबरू थे। इस दौरान जब गिरिडीह जिले के बिरनी थाना क्षेत्र की एक युवती से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या का मामला सामने आया तो मुख्यमंत्री ने कार्रवाई की बाबत जिले के अधिकारियों से तफ्तीश शुरू की।
फरियाद करने वाले युवती के पिता ने जब अपनी बेटी के साथ हुए जुल्म को बयां किया तो मुख्यमंत्री रघुवर दास द्रवित हो उठे। उन्होंने चार साल पुराने इस मामले में सक्षम कार्रवाई नहीं होने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। सख्त लहजे में उन्होंने पुलिस अफसरों से सवाल दागे-पुलिस की ड्यूटी क्या है? पूरे मामले की जांच डीआइजी से कराओ। 24 घंटे में मुझे रिपोर्ट दो। मामले के जांच अधिकारी पर तत्काल गाज गिरी।
उन्होंने कहा कि बड़ा बाबू (दारोगा) को हटाओ। लाइन में भेजो। ऐसे अफसर की जरूरत नहीं है। पुलिस बताए कि अबतक इस मामले में क्या सुपरविजन किया। तत्काल फरमान जारी हुआ कि बिरनी के थानेदार और केस के अनुसंधान अधिकारी हटाए जाएं। सीधी बात के दौरान मुख्यमंत्री ने कुल 19 मामलों की सुनवाई की। उन्होंने अफसरों को ताकीद की कि छोटी-छोटी बातों को लेकर जनता को दौड़ाने की प्रवृत्ति किसी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वे रामगढ़ के एक मजदूर दिलीप कुमार की हादसे में मौत के बाद उनका मृत्यु प्रमाणपत्र जारी नहीं किए जाने को लेकर नाराज दिखे। कहा कि छोटी-छोटी बातों के लिए जनता को दौड़ाया जा रहा है। उन्होंने रामगढ़ के उपायुक्तको तीन दिनों के अंदर प्रमाणपत्र निर्गत करने का आदेश दिया। समीक्षा के दौरान एचआइवी से पीड़ित सरायकेला-खरसावा के एक व्यक्ति के बेहतर इलाज के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने एक लाख देने की घोषणा की।
12 जनवरी तक स्वामी विवेकानंद की मूर्ति चाहिए, फास्ट काम करो -रांची के बड़ा तालाब में प्रस्तावित है स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आदेश दिया है कि हर हाल में 12 जनवरी तक रांची के बड़ा तालाब का जीर्णोद्धार कार्य पूरा होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से बड़ा तालाब में स्वामी विवेकानंद की लगने वाली मूर्ति के बाबत पूछा। अधिकारियों ने ठेका कंपनियों के सुस्त कामकाज का रोना रोया तो मुख्यमंत्री के तेवर सख्त हो गए।
उन्होंने दो टूक कहा कि हर हाल में 12 जनवरी तक स्वामी विवेकानंद की मूर्ति चाहिए। फास्ट काम करो। ठेकेदार काम नहीं करना चाहता है तो उसका काम रद कर दो। कानूनी प्रक्रिया के तहत उसके खिलाफ कार्रवाई भी करो। बताया गया कि काम कर रही एजेंसी शापूरजी पालनजी है। कार्य की लागत बढ़ सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि काम तेजी से पूरा करें।
विभागीय सचिव सुनील कुमार ने इसपर हामी भरी। छह लोगों का मामला पेंडिंग झारखंड पुलिस हाउसिंग बोर्ड, राची में कार्यरत सुनील किशोर मिंज की कार्यकाल के दौरान फरवरी 2014 में मृत्यु हो गई थी। इनकी आश्रित पत्नी अन्ना टोप्पो को नौकरी व अन्य आर्थिक लाभ नहीं मिला है। इस संबंध में पूछे जाने पर विभाग ने बताया कि उनकी प्रतिनियुक्तिबिहार से झारखंड में हुई थी और बिहार सरकार से निरंतर पत्राचार के बावजूद कोई जवाब नहीं आ रहा है।
इस वजह से शिकायतकर्ता के साथ साथ कुल छह लोगों का मामला पेंडिंग है। इसपर मुख्यमंत्री ने विभाग को अपने स्तर से बैठक कर एक माह के अंदर मामले का निपटारा करने का निर्देश दिया। 88.91 फीसदी शिकायतों का निपटारा मुख्यमंत्री जनसंवाद केंद्र में पिछले साढ़े तीन वषरें में दर्ज कराई गई शिकायतों में से 88.91 फीसद शिकायतों का निष्पादन कर दिया गया है। मंगलवार को सूचना भवन में मुख्यमंत्री द्वारा सीधी बात कार्यक्रम में 1 मई 2015 से 26 नवंबर, 2018 तक कुल 2 लाख 91 हजार 250 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। इनमें से 2 लाख 25 हजार 313 शिकायतों का निष्पादन कर दिया गया है।