कोलेबिरा में होगी विपक्षी महागठबंधन की असली परीक्षा, अधिसूचना जारी, नामांकन शुरू
कोलेबिरा उपचुनाव विपक्षी एकता के सामने एक बड़ी चुनौती है और महागठबंधन।
रांची, राज्य ब्यूरो। कोलेबिरा उपचुनाव विपक्षी एकता के सामने एक बड़ी चुनौती है और महागठबंधन की अग्निपरीक्षा भी इसी चुनाव से होनी है। पूर्व विधायक एनोस एक्का की पार्टी को अभी भी विपक्षी दलों में शुमार किया जा रहा है और इस तरह से अगर झापा अलग चुनाव लड़ती है तो भाजपा के खिलाफ पूरे विपक्ष की एका की परिकल्पना धरी की धरी रह जाएगी। ऐसे में झापा प्रत्याशी को समर्थन देने की बातें भी उठ रही हैं।
यहां भले ही झामुमो और कांग्रेस लीड रोल में है लेकिन झारखंड विकास मोर्चा को भी विश्वास में लेकर ही निर्णय लेने की बातें की जा रही हैं। कोलेबिरा में उम्मीदवार के नाम पर फैसले को लेकर कांग्रेस और झामुमो नेताओं की एक राउंड वार्ता हो चुकी है। झारखंड विकास मोर्चा और राजद को भी इस बातचीत की जानकारी है।
समझा जा रहा है कि गुरुवार तक विपक्षी उम्मीदवार की घोषणा हो जाएगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अजय कुमार सोमवार को भी झामुमो नेता हेमंत सोरेन से इस मुद्दे पर मिलने वाले थे लेकिन सोरेन परिवार में हादसे के कारण यह वार्ता नहीं हो सकी। इस बीच, दोनों प्रमुख पार्टियों में एक गुट ऐसा भी है जो एनोस एक्का की पार्टी झापा को भी विपक्षी गठबंधन में शामिल करना चाहता है ताकि यह सीट विपक्ष के खाते में आ सके। इसकी संभावना अभी प्रबल नहीं दिख रही है।
झापा के केंद्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल स्पष्ट रूप से दावा कर रहे हैं कि कोलेबिरा में उनकी पार्टी बहुत मजबूत स्थिति में है और किसी दल के दरवाजे पर उनके प्रतिनिधि नहीं जाएंगे। हालांकि पार्टी की ओर से पहले ही सभी पार्टियों से सहयोग के लिए पत्र भेजा जा चुका है। यहां एनोस एक्का की पत्नी मेनन एक्का चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी हैं।
भाजपा भी उम्मीदवार तय करने से पहले विपक्षी दलों के रूख को भांप रही है। पिछले चार वर्षो में विपक्ष में होने के बावजूद एनोस एक्का की ओर से भाजपा का मुखर विरोध नहीं किया गया। इस कारण एक समीकरण इन दोनों पार्टियों के एक हो जाने का भी सामने आ रहा है।
कोलेबिरा विस उपचुनाव की अधिसूचना जारी, नामांकन शुरू
उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सोमवार को कोलेबिरा उपचुनाव की विधिवत अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही जिलास्तर पर इससे संबंधित गजट का प्रकाशन कर दिया गया। इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसकी अंतिम तिथि तीन दिसंबर मुकर्रर की गई है। चार दिसंबर को आवेदनों की स्क्रूटनी होगी, जबकि छह दिसंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 20 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे तथा 23 दिसंबर को मतगणना होगी। भारत निर्वाचन आयोग के आदेश पर पिछले दिनों मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्वाचन के कार्यक्रमों की घोषणा की थी। निर्वाचन की यह प्रक्रिया 26 दिसंबर तक पूरी कर ली जाएगी।