Move to Jagran APP

बोले भाजपा अध्यक्ष- विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं, लोकसभा की सारी सीटें भाजपा जीतेगी

झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने लोकसभा चुनाव में सभी सीट जीतने का दावा किया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Nov 2018 01:13 AM (IST)Updated: Mon, 26 Nov 2018 01:13 AM (IST)
बोले भाजपा अध्यक्ष- विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं, लोकसभा की सारी सीटें भाजपा जीतेगी
बोले भाजपा अध्यक्ष- विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं, लोकसभा की सारी सीटें भाजपा जीतेगी

लक्ष्मण गिलुआ

loksabha election banner

प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

कॉमन इंट्रो -

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा को पूरा भरोसा है कि झारखंड में पार्टी लोकसभा की सभी 14 सीटों पर जीत हासिल करेगी। वे सत्ता और संगठन के समन्वय से इस लक्ष्य को प्राप्त करने की बात कहते हैं। गिलुवा झारखंड में विपक्ष को मुद्दा विहीन बताते हैं और कहते हैं कि भाजपा सरकार की लोकप्रियता से घबराकर विपक्षी दल तरह-तरह के षडयंत्र रचने का काम कर रहे हैं। राज्य सरकार के कामकाज, पारा शिक्षकों के आंदोलन और कोचलांचल में चल रहे प्रकरण पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा से दैनिक जागरण के प्रमुख संवाददाता आनंद मिश्र ने बातचीत की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश।

- चुनाव करीब हैं, क्या भाजपा झारखंड में 2014 का प्रदर्शन दोहरा पाएगी?

- झारखंड में भाजपा वर्ष-2014 से भी शानदार प्रदर्शन करेगी। पिछले लोकसभा चुनाव में झारखंड में भाजपा को 12 सीटें हासिल हुई थी। इस बार लोकसभा की सभी 14 की 14 सीटों पर हम जीत दर्ज करेंगे। संगठन की दृष्टि से भी इस लक्ष्य को हासिल करने की तैयारी की गई है। बूथस्तरीय संरचना को मजबूत किया गया है। कुल 29500 बूथों में से 26 हजार बूथों पर फोटो युक्तकमेटी का गठन किया गया है।

-बतौर सांसद आपने अपनी सांसद निधि की 100 फीसद राशि व्यय की है, जबकि भाजपा के अन्य सांसदों का प्रदर्शन इतना बेहतर नहीं रहा है।

- सांसद निधि समय पर खर्च हो हम सबका यह प्रयास होना चाहिए। संभव है कि सांसदों को थोड़ी बहुत दिक्कत आ रही हो। कई बार सांसद निधि के व्यय की रिपोर्ट समय पर न पहुंचने के कारण अगली किश्त जारी होने में समस्या होती है। मै अपने सभी सांसदों से अनुरोध करूंगा कि तकनीकी दिक्कतों का समाधान करें, अपने जिले के उपायुक्तसे इस संदर्भ में बात करें। यदि समय पर व्यय की रिपोर्ट पहुंच जाती है तो दिल्ली से राशि की अगली किश्त जारी होने में एक मिनट की भी देरी नहीं लगती है।

-सरकार और संगठन में कैसा समन्वय है। राज्य सरकार के कामकाज से आप कितना संतुष्ट हैं।

-सरकार और संगठन में बहुत अच्छा तालमेल है। झारखंड सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। किसानों, महिलाओं, आदिवासियों, युवाओं और अन्य गरीब तबके पर ध्यान दिया जा रहा है। 50 से अधिक जनहित की योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। मुझे नहीं लगता कि सरकार से कोई भी नाराज नहीं है। तमाम क्षेत्रों में विकास के कार्य किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। अब 108 एंबुलेंस सेवा को ही लें। फोन करने के आधे घंटे के अंदर एंबुलेंस पहुंच जाती है। पूर्व की सरकारों ने इस बारे में कभी नहीं सोचा। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं से लोगों को बेहतर सुविधा मिल रही है।

-लेकिन विपक्ष तो आरोप लगाता है कि कहीं कुछ नहीं हो रहा है। आदिवासी हितों की अनदेखी की बात भी विपक्ष कहता है।

-दरअसल, विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष पार्टियां भाजपा सरकार की लोकप्रियता से घबराकर तरह-तरह के षडयंत्र रचती रहती हैं। जहां तक आदिवासी हितों की बात है तो आदिवासियों की सबसे बड़ी शुभचिंतक भाजपा है। देश में पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के समय जनजातीय कल्याण मंत्रालय का गठन किया गया। आदिवासियों के हितों को लेकर कई तरह की योजनाएं चलाई जा रहीं हैं। विपक्ष इससे घबरा रहा है।

- पारा शिक्षकों और सरकार के बीच गतिरोध बढ़ता जा रहा है। संगठन के स्तर से इस गतिरोध को टालने के लिए कोई पहल की जा रही है क्या?

- यह कहने में कोई गुरेज नहीं कि पारा शिक्षकों और सरकार के बीच तनातनी का माहौल है। इस अहम मसले पर पिछले दिनों हमने प्रदेश के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। पारा शिक्षक हमारे अपने हैं। शिक्षकों की जायज मांगों के पक्ष में भाजपा भी है, उनके मानदेय की वृद्धि पर विचार भी चल रहा है। हम सरकार के मुखिया से इस मसले पर बात भी करेंगे। विश्वास है कि समाधान निकल आएगा।

-लेकिन पारा शिक्षक तो स्थायीकरण की मांग पर अड़े हुए हैं।

-फिलहाल स्थायीकरण संभव नहीं दिखाई देता। इससे स्थिति और बिगड़ सकती है। उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसा किया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश को निरस्त कर दिया। यहां भी अगर ऐसा कुछ किया जाता है और कोई कोर्ट चला जाता है तो मामला बनने की बजाय बिगड़ जाएगा। हम उनके मानदेय को बढ़ाने के पक्ष में हैं।

-कोयलांचल में जो हो रहा है उससे पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। विधायक, सांसद एक -दूसरे पर संगीन आरोप लगा रहे हैं।

-हमारे संज्ञान में यह मामला आया है। यह सच है कि इस तरह के मामलों से जनप्रतिनिधि की छवि धूमिल होती है। पूरे प्रकरण में स्थिति को साफ करने के लिए हमने एक प्रदेशस्तरीय जांच कमेटी के गठन का निर्णय लिया है। सोमवार तक जांच कमेटी का गठन कर लिया जाएगा। यह कमेटी पूरे मामले की जांच करेगी और रिपोर्ट सौंपेगी। जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, यह भी देखना होगा कि कहीं भाजपा को बदनाम करने की साजिश तो नहीं चल रही है। जो भी है जांच दल की रिपोर्ट के बाद स्पष्ट हो जाएगा।

------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.