राजस्थान ने झारखंड को दिया 328 का लक्ष्य
रणजी का रण अशोक मनेरिया के शतक व राजेश बिश्नोई के अर्द्धशतक की बदौलत मेहमान टीम ने दूसर
रणजी का रण
अशोक मनेरिया के शतक व राजेश बिश्नोई के अर्द्धशतक की बदौलत मेहमान टीम ने दूसरी पारी में 379 रन बनाए
जागरण संवाददाता, रांची : झारखंड राजस्थान के बीच रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप सी का मुकाबला रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। राजस्थान दूसरी पारी में अशोक मनेरिया के शानदार शतक (125) व राजेश बिश्नोई (82) के साथ पाचवें विकेट के लिए 138 रन की साझेदारी की बदौलत दूसरी पारी में 379 रन बना कर आउट हो गया। पहली पारी के आधार पर 52 रनों का बढ़त हासिल करने वाली झारखंड को दूसरी पारी में जीत के लिए 328 रन का लक्ष्य मिला है और तीसरे दिन स्टंप्स तक टीम ने बिना किसी नुकसान के 24 रन बना लिए।
जेएससीए स्टेडियम में मैच के चौथे व अंतिम दिन झारखंड को जीत के लिए 304 रन बनाने होंगे। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक आलोक शर्मा 13 व सुमित कुमार पांच रन बनाकर खेल रहे हैं। इससे पूर्व राजस्थान ने कल के स्कोर चार विकेट पर 127 रन से आगे खेलना शुरू किया। नाबाद बल्लेबाज अशोक मनेरिया (25) व राजेश बिश्नोई ने संभलकर खेलते हुए पारी को आगे बढ़ाया। लंच तक दोनों ने टीम का स्कोर 242 रनों तक पहुंचाया। इस दौरान बिश्नोई ने अपना पचासा 80 गेंदों पर व मनेरिया ने अर्द्धशतक 175 गेंदों पर पूरा किया। झारखंड के लिए परेशानी का सबब बन रही इस जोड़ी को राहुल शुक्ला ने राजेश बिश्नोई (82) को आउट कर तोड़ा। बिश्नोई ने अपनी पारी में 145 गेंदों का सामना करते हुए 13 चौके लगाए।
पांचवें विकेट के लिए अशोक मनेरिया व राजेश बिश्नोई ने 138 रनों की साझेदारी निभाकर टीम को संकट से निकाला। इसके बाद मनेरिया ने तजिंदर सिंह ढिल्लों के साथ छठे विकेट के लिए 79 रनों की भागीदारी निभाई। इस जोड़ी को आनंद सिंह ने तजिंदर सिंह ढिल्लों (36) को एलबीडब्ल्यू कर तोड़ा। इस दौरान मनेरिया ने 280 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। मनेरिया नौवें बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। उनका विकेट अनुकूल राय ने लिया। मनेरिया ने अपनी 325 गेंदों की शतकीय पारी में 19 चौके लगाए। राहुल चाहर ने भी 36 रन बनाए। झारखंड के लिए अनुकूल राय ने 97 रन देकर चार, आनंद सिंह ने 17 रन देकर तीन और अजय यादव ने 78 रन देकर दो विकेट लिए। राजस्थान ने पहली पारी में 100 रन बनाए थे जबकि झारखंड की टीम पहली पारी में 152 रन बनाकर आउट हो गई थी।