विधानसभा की 18वीं वर्षगांठ पर CM का एलान-अगला स्थापना दिवस नए भवन में मनेगा, तस्वीरें
झारखंड विधानसभा के स्थापना दिवस समारोह के मौके पर राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू ने गौरवमयी इतिहास को अक्षुण्ण बनाए रखने पर जोर दिया। सीएम ने कहा कि झारखंड से हमने जो वादे किए उसे पूरा भी किया।
रांची, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि विधानसभा का नया भवन अगले साल मई महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। उसके बाद विधानसभा के सत्रों की कार्यवाही नए भवन में होगी। वे गुरुवार को राज्य विधानसभा के 18वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने विधानसभा के सत्रों की सार्थकता के साथ-साथ विपक्ष को सुचारू रूप से सदन की कार्यवाही चलने देने की नसीहत भी दी।
विधानसभा स्थापना दिवस समारोह में रघुवर दास ने स्पष्ट कहा कि हमने जो वादे किए उसे पूरा भी किया। 14 साल तक विधानसभा भाड़े के भवन में चला। हमने सरकार बनाने के साथ ही तय किया कि नए भवन का निर्माण होगा। विधानसभा का अगला स्थापना दिवस समारोह उसी भवन में मनाया जाएगा। यह भी दावा किया कि अगले साल मई महीने में ही विधानसभा का नया भवन तैयार हो जाएगा। इसके बाद से सत्रों का संचालन भी आरंभ हो जाएगा।
यह भी कहा कि सरकार आम जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप काम कर रही है। यह बड़ी चुनौती भी है कि हम अपने आचरण को संसदीय परंपरा के साथ ढालें। हमें इस बात का गर्व होना चाहिए कि हमने सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश की परंपरा को बरकरार रखा है। सांसदों और विधायकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ये संस्थाएं मजबूत हो।
सदन की कार्यवाही में बाधा को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। कहा कि अनुशासन और मर्यादा का पालन हर हाल में करना होगा। दूसरों को सुनना तथा सुनने देना, प्रस्ताव रखना तथा विपक्ष को अपना पक्ष प्रस्तुत करने देना, जोरदार बहस करना लेकिन साथ ही दूसरों के नजरिए का भी भरपूर ध्यान रखना संसदीय प्रक्रिया का मूल तत्व है।
शहीदों के याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड वीरों की भूमि है। स्वतंत्रता आंदोलन का सबसे पहला अलख हमारे गरीब, आदिवासी पुरखों ने संताल की धरती से भगवान बिरसा मुंडा की धरती से शुरु किया। सरकार ने तय किया कि भगवान बिरसा मुंडा जिस जेल में बंद थे, वहां भगवान बिरसा मुंडा की आदमकद मूर्ति के अलावा तमाम शहीदों के स्मारक बनेंगे। पुलिस जवानों की कर्तव्यनिष्ठा के कारण उग्रवाद की समस्या समाप्ति की ओर है। सरकार कर्तव्य के दौरान शहीद हुए लोगों के आश्रितों को आवास के लिए 12.5 डिसमिल जमीन और खेती के लिए पांच एकड़ जमीन देगी।
उत्कृष्ट विधायक का सम्मान पाकर अभिभूत हुईं मेनका सरदार : विधानसभा स्थापना दिवस के मौके पर पोटका की विधायक मेनका सरदार को वर्ष 2018 के भगवान बिरसा मुंडा उत्कृष्ट विधायक सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्होंने इसे अपने क्षेत्र की जनता को समर्पित करते हुए कहा कि यह उनके द्वारा किए जा रहे कामकाज का सम्मान है। झारखंड में काफी कुछ करने की आवश्यकता है। इसके लिए सबके सहयोग की जरूरत पड़ेगी। सबका साथ मिलेगा तभी झारखंड देश का नंबर एक राज्य बनेगा।
भावुक दिखे विधानसभा अध्यक्ष डा. दिनेश उरांव : विधानसभा स्थापना दिवस के मौके पर अध्यक्ष डा. दिनेश उरांव भावुक नजर आए। जब सम्मान के लिए लगातार सेना और पुलिस के शहीद जवानों के परिजनों का नाम पुकारा जाने लगा तो वे खुद को रोक नहीं पाए। लगातार उनकी आंख से आंसू गिर रहे थे। समारोह के दौरान वे लगातार सक्रिय रहे।
जनता के प्रति इमानदार बनें जनप्रतिनिधि : विधानसभा स्थापना दिवस के मौके पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पक्ष-विपक्ष के विधायकों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को जनता के प्रति इमानदार होना चाहिए। जनता विधायकों को बहुत आशा और विश्वास है, इसका ध्यान रखना होगा। योजनाओं के प्रति भी विधायकों को सचेष्ट रहना चाहिए और मानीटङ्क्षरग करनी चाहिए। विधानसभा में लाए जाने वाले विधेयकों का ड्राफ्ट भी विधायकों को पढऩा चाहिए ताकि यह पता चल सके कि इसका जनता पर क्या प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने संसदीय कामकाज में संयम की जरूरत बताते हुए कहा कि विपक्ष सिर्फ विरोध के लिए विरोध न करे। विपक्ष को रचनात्मक सुझाव देना चाहिए।