हड़ताली पारा शिक्षकों के खिलाफ आज से कार्रवाई, सरकार शुरू करेगी नई बहाली
स्थायी करने को लेकर बीते कई दिनों से हड़ताल पर डटे पारा शिक्षकों और सरकार के बीच तनातनी बरकरार है। इस बीच सभी जिलों को निर्देश जारी कर रिटायर शिक्षक व टेट पास युवाओं को बहाल करने को कहा गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य सरकार तथा आंदोलनरत पारा शिक्षकों में तनातनी बरकरार है। दोनों ओर से वार्ता की कोई पहल नहीं हो रही है। सरकार ने जहां वैकल्पिक व्यवस्था के तहत टेट पास युवाओं को बहाल करने को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल से 50 हजार नाम मंगा लिए हैं, वहीं पारा शिक्षकों ने भी कह दिया है कि वे अधिकारियों की चेतावनी से डरनेवाले नहीं हैं।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह ने हड़ताल से निपटने तथा वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर परियोजना कर्मियों के साथ मंथन किया। हड़ताली पारा शिक्षकों को काम पर लौटने का अल्टीमेटम 20 नवंबर को खत्म होने के बाद गुरुवार से जिलों में स्कूलों से अनुपस्थित रह रहे पारा शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई हो सकती है।
उनके स्थान पर रिटायर शिक्षकों या टेट पास युवाओं को बहाल किया जा सकता है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने इसे लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश भेज दिया। कई जिलों ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। सिमडेगा जिले के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने गुरुवार को रिटायर शिक्षकों व टेट पास युवाओं की बैठक बुलाई है।
इधर, एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के संजय दूबे ने कहा कि उनकी हड़ताल जारी रहेगी। अपने आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए पारा शिक्षकों ने 25 नवंबर से सभी मंत्रियों के अलावा सत्ता पक्ष के सांसदों व विधायकों के आवास पर अनिश्चितकालीन घेरा डालो, डेरा डालो अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है।
आज पलामू प्रमंडल के पारा शिक्षक चलाएंगे जेल भरो अभियान : गुरुवार को पलामू प्रमंडल के पारा शिक्षक अपने परिवार के साथ जेल भरो अभियान चलाएंगे। गुरुवार से ही अन्य प्रमंडलों के पारा शिक्षक प्रखंड संसाधन केंद्रों में धरना देंगे। पलामू प्रमंडल के पारा शिक्षक यह कार्यक्रम 23 नवंबर को करेंगे। बुधवार को भी कई जिलों में पारा शिक्षकों ने जेल भरो अभियान जारी रखा।
डीएलएड कर रहे पारा शिक्षकों ने मांगी छूट : राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान (एनआइओएस) से डीएलएड का प्रशिक्षण ले रहे अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों ने हड़ताल से मुक्त करने का अनुरोध किया है। एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने उन्हें कोई न कोई रास्ता निकालने का आश्वासन देते हुए हड़ताल पर बने रहने का आह्वान किया है। बता दें कि राज्य सरकार इन्हें डीएलएड का प्रशिक्षण करा रही है। हड़ताल से इनकी परेशानी बढ़ गई है। केंद्र सरकार ने अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षण का अंतिम मौका प्रदान किया है। मार्च 2019 से कोई भी अप्रशिक्षित शिक्षक पठन-पाठन नहीं कराएंगे।
खुला रहा परियोजना कार्यालय : पारा शिक्षकों की हड़ताल को देखते हुए राज्य परियोजना कार्यालय तथा शिक्षा विभाग छुट्टी के बावजूद बुधवार को खुला रहा। बताया जाता है कि विभागीय सचिव एपी सिंह ने जिलों में हड़ताल की स्थिति, हड़तालियों के विरुद्ध होनेवाली कार्रवाई तथा वैकल्पिक व्यवस्था आदि की जानकारी ली।
पारा शिक्षक वार्ता के लिए तैयार : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के ह्रषिकेश पाठक ने कहा कि पारा शिक्षक नहीं चाहते कि उनकी हड़ताल से बच्चों की शिक्षा बाधित हो। कहा, सरकार यदि वार्ता की पहल करती है तो मोर्चा भी इसके लिए तैयार है।