नाबालिग लड़की को बेचने जा रहा था दिल्ली, मानव तस्कर को पुलिस ने दबोचा
पुलिस ने बताया कि पकड़ा गया मानव तस्कर दिल्ली की प्लेसमेंट एजेंसियों को मोटी रकम लेकर लड़की बेचता था।
रांची, जासं। राजधानी में मानव तस्कर सक्रिय हैं। लगातार लड़कियों को बाहर ले जाते दलाल पकड़े जा रहे हैं। शनिवार को कचहरी चौक से नाबालिग (17 वर्षीय) को दिल्ली ले जा रहा युवक पकड़ा गया। उसे कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया गया। पकड़ा गया दिनेश मंडल जामताड़ा का रहने वाला है।
पुलिस की पूछताछ में दिनेश ने बताया कि वह रांची व आसपास की लड़कियों को काम दिलाने के लिए दिल्ली ले जाता था। दिल्ली की तीन प्लेसमेंट एजेंसियां उसके संपर्क में हैं। लड़कियों को वहां पहुंचाने के बाद उसे पैसे मिलते थे। दिनेश ने बताया कि वह रांची नगर निगम के एक पूर्व टाउन प्लानर के यहां काम करता है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कराया रेस्क्यू : पुलिस के अनुसार लड़की को छुड़ाने में सामाजिक कार्यकर्ताओं की भूमिका अहम रही। लड़की कांके की रहने वाली है। उसके पास कपड़ों से भरा बैग था। इस पर स्थानीय लोगों का शक हुआ। इसके बाद दीया सेवा संस्था की सचिव सीता स्वांसी को सूचना दी गई। वहां सीता सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने युवक और नाबालिग का पीछा किया।
इसी दौरान ट्रैफिक पुलिस की मदद से खदेड़कर एक मानव तस्कर को दबोच लिया गया। उसके साथ दो अन्य युवक भी थे, लेकिन वे भागने में कामयाब रहे। रेस्क्यू टीम में सीता स्वांसी, रेखा कुमारी, संतोष पाठक, सुरज कुमार सहित अन्य थे। कोतवाली थाने में सीडब्ल्यूसी सदस्य श्रीकांत कुमार पहुंचे थे।
सौतेले पिता से तंग आकर छोड़ चुकी थी घर : पीडि़ता के पिता की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। इसके बाद मां ने दूसरी शादी कर ली। सौतेला पिता उसे परेशान करता था। उससे तंग आकर घर छोड़ चुकी थी। हाल के दिनों में वह कोकर में किराये के मकान में रह रही थी। किराया नहीं दे पाने की वजह से मकान मालिक ने उसे घर छोडऩे के लिए कहा था। इसके बाद वह मानव तस्करों के संपर्क में आ गई। उसे दिल्ली में काम दिलाने और मोटी पैसे कमाने की सब्जबाग दिखाया गया। इसके बाद पीडि़ता ने दिल्ली जाने का फैसला किया।
कर रहे पूछताछ : अभी मामला स्पष्ट नहीं हो पाया है। पकड़े गए आरोपित से पूछताछ की जा रही है। नाबालिग की काउंसिलिंग चल रही है। पूरी जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। श्यामानंद मंडल, इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी कोतवाली।