पूर्व आईपीएस पीएस नटराजन के बेटे की संदेहास्पद स्थिति में मौत, हत्या की आशंका
आदिवासी महिला के यौन उत्पीड़न मामले में चर्चित पूर्व आइपीएस नटराजन के बेटे को देर रात अचेतावस्था में अंजान शख्स उसके घर के बाहर छोड़ गया था।
रांची, जासं। राजधानी रांची के तुपुदाना इलाके में रहने वाले पूर्व आइपीएस प्रकाश सत्यम नटराजन के छोटे बेटे अविनाश त्यागी उर्फ अंकुर (32) की शनिवार रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई। अविनाश की मां ने बेटे की हत्या की आशंका जताते हुए इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार अविनाश की मौत जहर से हुई है। विशेष जांच के लिए बिसरा सुरक्षित रखा गया है, जिसे फॉरेसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
अविनाश एक निजी कंसल्टेंसी कंपनी में काम करते थे। उनके बड़े भाई सिद्धार्थ त्यागी उर्फ मोनू ने पुलिस को बताया कि शनिवार दोपहर एक बजे घर से खाना खाकर निकला था। रात के नौ बजे सूचना मिली कि तुपुदाना के अद्वेत आश्रम के पास वह बेहोशी की हालत में पड़ा है। वे निकलने वाले थे कि रात साढ़े दस बजे उनके घर का दरवाजा किसी ने खटखटाया।
इसपर सिद्धार्थ घर से बाहर निकले। बाहर निकले, तो देखा कि उसकी बाइक खड़ी है। कुछ ही दूरी पर अविनाश बेहोश पड़ा था। उसे उठाकर पहले घर के भीतर ले गए। उसका शरीर ठंडा पड़ा था। पिता पीएस नटराजन ने स्थिति को देख तुपुदाना ओपी पुलिस को सूचना दी। मौके पर तुपुदाना ओपी प्रभारी तारिक अनवर पहुंचे और उसे परिजनों के साथ लेकर रिम्स पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने अविनाश को मृत घोषित कर दिया। सुबह पोस्टमार्टम कराया गया। परिजनों ने अविनाश का हरमू मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया।
नशे की थी लत, हमेशा पुलिस पहुंचाती थी घर : पुलिस के मुताबिक अविनाश अत्यधिक शराब पीने का आदी था। कई बार सड़क पर पड़ा मिल चुका है। पिछले एक वर्ष के भीतर दर्जनों बार तुपुदाना पुलिस उसे शराब के नशे की हालत में सड़क से उठाकर घर पहुंचा चुकी है। उसकी शादी नहीं हुई थी। तीन भाइयों में वह सबसे छोटा था। बड़ा भाई परितोष उर्फ सोनू पटना में काम करता है। दूसरा भाई सिद्धार्थ एक टेलिकॉम कंपनी में इंजीनियर है।
कई बार पति को बोली यहां से चलो : अविनाश की मां रूपा त्यागी बड़े परिवार से संबंध रखती हैं। बेटे की मौत के बाद उनका रो-रो कर बुरा हाल था। बार-बार बेहोश भी हो रही थीं। वह बोल रही थीं कि उनके बेटे की मौत के पीछे किसी का हाथ है। पुलिस इसकी जांच करे और दोषी को सजा दिलाए। इससे पहले पति को कई बार बोली थी कि रांची छोड़कर कहीं और चलें, लेकिन वे ध्यान नहीं दे रहे थे।
यौन शोषण मामले के बाद चर्चित हुए थे पिता : पीएस नटराजन झारखंड कैडर के वरिष्ठ आइपीएस थे। वर्ष 2005 में वे रांची जोन के आइजी थे। उस समय आइजी रहते हुए एक आदिवासी महिला से यौन उत्पीडऩ के केस में फंसे थे। मामला सामने आने के बाद सरकार ने उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया था। हालांकि कोर्ट ने उन्हें इसी वर्ष बाइज्जत बरी कर दिया है।
उठते सवाल : जानकारी के अनुसार अविनाश के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में शरीर में जहर के अंश मिले हैं। ऐसे शराब में जहर की प्रबल संभावना है। ऐसे में सवाल उठता है जहरीली शराब पीने से अविनाश की मौत हुई या शराब में जहर मिलाया गया। इसका पता पुलिस ही लगा सकती है। पुलिस को औपचारिक रूप से पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने का इंतजार है।
तुपुदाना इलाके में बिक रही जहरीली शराब : अविनाश की मौत के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि तुपुदाना इलाके में जहरीली शराब की बिक्री हो रही है। हर गली मोहल्ले में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। लेकिन इसपर नकेल कसने में पुलिस कोई रुचि नहीं दिखा रही है। अविनाश को शनिवार को तुपुदाना बस्ती में अवैध शराब के अड्डे पर शराब पीते देखा गया था।