महेंद्र सिंह धौनी के राजनीति में उतरने की अटकलें तेज, भाजपा से चुनाव लड़ने के कयास
खबरों के अनुसार धौनी के साथ साथ गौतम गंभीर के भी भाजपा के पाले में आने की बात कही गई है। गंभीर दिल्ली व धौनी झारखंड की किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
रांची, जासं। मिस्टर कूल के नाम से मशहूर क्रिकेट के सुपरस्टार महेंद्र सिंह धौनी को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। चर्चा है कि वे राजनीति के मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि अभी आधिकारिक रूप से इस जानकारी की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन माना जा रहा है कि अगर 2019 के वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में उनका चयन नहीं होता है तो वे अगले साल लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।
धौनी के भाजपा के टिकट पर चुनाव लडऩे की चर्चा राजनीतिक गलियारों में चक्कर काट रही है। कहां से चुनाव लड़ेंगे, इसके बारे में भी अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि धौनी के करीबी लोगों का मानना है कि अभी उनका राजनीति में आने की बात कहना जल्दबाजी होगी।
अभी माही का पूरा ध्यान अगले साल होने जा रहे विश्व कप क्रिकेट पर है। उसके बाद वह क्या निर्णय लेंगे, यह अभी बताया नहीं जा सकता। इधर, प्रदेश भाजपा को भी इस बारे में कोई खबर नहीं है। खबरों के अनुसार धौनी के साथ साथ गौतम गंभीर के भी भाजपा के पाले में आने की बात कही गई है। गौतम गंभीर दिल्ली से व धौनी झारखंड की किसी भी सीट से संसदीय चुनाव में उतर सकते हैं। इसके साथ ही भाजपा दोनों क्रिकेटरों को चुनाव में स्टार प्रचारक की सूची में रखने के बारे में सोच रही है।
विश्व कप के पहले राजनीति नहीं : रांची विवि के पूर्व खेल निदेशक व धौनी के करीबी माने जाने वाले जय कुमार सिन्हा ने बताया कि वेस्टइंडीज सीरीज खेलने जाने से पहले माही ने स्पष्ट कहा था कि अभी उसका पूरा ध्यान विश्व कप पर है। इसके अलावा वह अन्य किसी भी चीज के संबंध में नहीं सोच रहे हैं। माही रांची प्रवास के दौरान जय कुमार सिन्हा के साथ अक्सर बिलियर्ड्स खेलते हैं।
जय ने कहा कि क्रिकेट के बाद भी वह राजनीति में आएगा, यह कहना जल्दबाजी होगी। क्रिकेट उसका पहला प्यार है और क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उसके लिए कोच, कमेंटेटर, चयनकर्ता बनने का रास्ता खुला है। क्रिकेट प्रशिक्षक चंचल भट्टाचार्य ने भी कहा कि अभी उसका लक्ष्य 2019 विश्व कप है। विश्व कप के बाद वह क्या करेगा इसका निर्णय भी वही लेगा।
अपने निर्णय से कई बार चौका चुके हैं माही : अपने निर्णय से धौनी कई बार लोगों को चौका चुके हैं। मैदान में कप्तानी के दौरान कई ऐसे निर्णय उन्होंने लिए हैं जो दूसरा सोच नहीं सकता। टेस्ट कप्तानी छोडऩे का फैसला भी धौनी ने अचानक लिया था। उसके इस कदम की जानकारी टीम के सदस्यों तक को नहीं थी। वनडे व टी-20 की कप्तानी भी उन्होंने अचानक छोड़ी। इसलिए राजनीति गलियारे में यह चर्चा है कि धौनी कब राजनीति की पारी शुरू कर देंगे, यह बताना मुश्किल है। इसलिए इस खबर को राजनीतिक गलियारे में हल्के में नहीं लिया जा रहा है।