Move to Jagran APP

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनेगी एकता और राष्ट्र प्रेम का प्रतीक : कौशिक पटेल

गुजरात सरकार के राजस्व मंत्री कौशिक पटेल ने कहा कि दुनिया की सबसे भव्य और ऊंची प्रतिमा का अनावरण हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 06:36 AM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 06:36 AM (IST)
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनेगी एकता और राष्ट्र प्रेम का प्रतीक : कौशिक पटेल
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनेगी एकता और राष्ट्र प्रेम का प्रतीक : कौशिक पटेल

रांची। गुजरात सरकार के राजस्व मंत्री कौशिक पटेल ने कहा कि दुनिया की सबसे भव्य और ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अखंड भारत के शिल्पी सरदार वल्लभ भाई पटेल को सही मायने में श्रद्धांजलि है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एकता और राष्ट्र प्रेम का प्रतीक बनेगी। सोमवार को रांची में मीडिया से संवाद के क्रम में कौशिक पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

loksabha election banner

कौशिक ने कहा कि सरदार पटेल ने ब्रिटिश शासन के अंत के बाद 562 रियासतों को जोड़कर अखंड भारत की रचना की। ऐसे सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करने और भारत एवं विदेशों में रह रहे करोड़ों भारतीयों के सपने को साकार करने का बीड़ा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उठाया था। वह सपना आज पूरा हुआ है। इस भव्य प्रतिमा का निर्माण पांच साल से कम समय में हुआ है। यह इंजीनिय¨रग का भी एक बड़ा उदाहरण है।

कहा, 182 मीटर ऊंची विश्व की यह सबसे ऊंची प्रतिमा, 93 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से लगभग दो गुनी ऊंची है। यह चीन के स्प्रिंग टेम्पल बुद्ध की प्रतिमा से भी बड़ी है। उन्होंने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण में देश के सभी प्रदेशों के योगदान का आभार प्रकट करने के लिए गुजरात सरकार की टीम विभिन्न राज्यों में जा रही है, इसी क्रम में हमारा रांची आना हुआ है।

कौशिक ने बताया कि गुजरात में विधायकों की कुल संख्या 182 है, इसीलिए इस विशाल प्रतिमा की ऊंचाई 182 मीटर रखी गई है। इस मौके पर राज्यसभा सदस्य परिमल नथवाणी, गुजरात सरकार के विधायक व अधिकारी भी उपस्थित थे।

सभी राज्यों के भवन बनाए जाएं

कौशिक ने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के करीब सभी राज्यों के भवन बनाए जाएं ऐसी गुजरात सरकार की मंशा है। इसके लिए गुजरात सरकार भूमि भी उपलब्ध कराएगी। हालांकि उन्होंने आदिवासियों द्वारा वहां किए जा रहे विरोध पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इतना अवश्य कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बनने उस क्षेत्र का विकास होगा और आदिवासियों को भी इस विकास का लाभ मिलेगा। गुजरात में ¨हदी भाषी राज्यों के लोगों पर हुए हमलों पर कहा कि इसे सरकार ने संजीदगी से लिया है। एकता और अखंडता पर हमारा विश्वास है। इस प्रकरण में जांच भी चल रही है।

मुख्यमंत्री व राज्यपाल से की मुलाकात :

गुजरात सरकार की टीम ने राजस्व मंत्री कौशिक पटेल के नेतृत्व में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुवर दास से उनके आवास पर मुलाकात की और उन्हें गुजरात आने का निमंत्रण दिया। प्रतिनिधिमंडल ने फेडरेशन चैंबर, राज्य के व्यवसायिक संगठनों और अन्य संगठनों से मुलाकात कर उन्हें इस भव्य समारोह का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की विशेषताएं :

- 28 राज्यों के 1.70 लाख स्थानों से लौह उपकरण प्राप्त किए गए। इन उपकरणों को पिघलाकर और शुद्ध कर इन्हें प्रतिमा के निर्माण में लगाया गया। इससे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की विशाल प्रतिमा का देश के कोने-कोने के किसानों से सीधा जुड़ाव रहेगा।

- यह प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी और ब्राजील के रियो डी जेनेरो में स्थित क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमा से लगभग पांच गुना ऊंची है।

- पर्यटकों को तेजी से चलने वाले एलिवेटर्स द्वारा प्रतिमा के अंदर छाती के स्तर तक 153 मीटर की ऊंचाई पर देखने के लिए गैलरी।

- प्रतिमा के भीतर छाती के स्तर तक एक विजिटर गैलरी, जिसमें एक बार में 200 लोग आ सकेंगे।

- प्रतिमा में अत्याधुनिक तकनीकी वाले एलीवेटर्स प्रतिदिन 3000 से अधिक आगंतुकों को ले जा सकेंगे।

- यहां से सरदार सरोवर बांध, विंध्याचल और सतपुड़ा की सुंदर पर्वत श्रृंखला तथा नर्मदा देखी जा सकेगी।

- अनुमान है कि प्रतिदिन 15000 से अधिक लोग इस प्रतिमा को देखने आएंगे।

- प्रतिमा के नीचे 73 फीट ऊंचे हाल में सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्ति्व और उनके कार्यो से जुड़ी प्रदर्शनी।

- यहां लाइब्रेरी में सरदार पटेल की असली आवाज में भाषण, वीडियो फिल्में होंगी। विभिन्न राजवंशों को अधिग्रहित करने के अवसरों वाली 16 फिल्में भी होंगी।

- लगभग 230 हेक्टेयर क्षेत्रफल की एक 17 किलोमीटर लंबी फूलों की घाटी।

- सरकार सरोवर बांध के पानी की झील के पास एक टेंट सिटी।

-------------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.