पीएलएफआई के नाम पर मांग रहे थे लेवी, दो गिरफ्तार
रांची : रांची पुलिस ने पीएलएफआइ के नाम पर लेवी वसूलने पहुंचे दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लि
रांची : रांची पुलिस ने पीएलएफआइ के नाम पर लेवी वसूलने पहुंचे दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी गिरफ्तारी तुपुदाना क्षेत्र के गुंदू दसमाइल से हुई है। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस को फाय¨रग करनी पड़ी। गिरफ्तार अपराधियों में गुंदू दसमाइल निवासी अतुल बारला और सुखदेवनगर थाना क्षेत्र रूगड़ीगढ़ा निवासी राजू राम शामिल हैं। राजू पेशे से बस का खलासी है। सिटी एसपी अमन कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि दोनों अपराधियों ने पीएलएफआइ के नाम पर तुपुदाना निवासी सीमेंट-छड़ व्यवसायी सुनील साहू से पांच लाख की लेवी मांगी थी। लेवी के लिए एक लिफाफा उनकी दुकान के टेबल पर छोड़ा था। उस समय व्यवसायी किसी ग्राहक को सामान दिखाने में व्यस्त थे। कॉल कर बोला लिफाफा पढ़ो..
बीते 13 अक्टूबर को दुकान में रहते हुए सुनील को एक नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि तुम्हारे दुकान के टेबल पर लिफाफा छोड़ा गया है। उसे पढ़ो। तुम्हें बता रहा हूं कि पीएलएफआइ संगठन के विस्तार के लिए पांच लाख रुपये सहयोग देना होगा, अन्यथा अंजाम बुरा होगा। जान से हाथ धोना पड़ेगा। इस कॉल के बाद भयभीत थे। दूसरे दिन फिर उसी नंबर से कॉल कर कहा गया कि अब तक पैसे नहीं दिए। दो लाख ही दे दो। इसपर भी असमर्थता जताने पर एक लाख मांगा। अंत में 50 हजार रुपये लेवी की रकम तय हुई।
------
पुलिस ने जाल बिछाकर पकड़ा :
सुनील ने इस पूरे प्रकरण की जानकारी सिटी एसपी अमन कुमार को दी थी। इसके बाद एसएसपी की क्यूआरटी में शामिल पुलिसकर्मियों ने जाल बिछाया। सुनील भी साथ मौजूद था। अपराधियों को रुपये लेने के लिए दसमाइल चौक बुलाया। वहां पहुंचने पर अपराधियों ने किस्की रोड में गुंदू के पास बुलाया। वहां राजू राम मौजूद था। राजू राम को दूर से ही देख सुनील ने पहचान लिया, इसके बाद वहां होटल चलाने का काम कर रहे अतुल को भी पहचाना गया। पुलिस करीब पहुंची और दोनों को खदेड़ कर पकड़ लिया। अतुल का पूर्व में अपराधिक इतिहास रहा है। पिछले एक वर्ष से वह दसमाइल सरना मैदान में होटल चला रहा था।
-----
पत्नी बोली पुलिस ने घर से पकड़ा :
अतुल की पत्नी नीना सुनीता टोप्पो का कहना था कि पुलिस ने अतुल को घर से पकड़ा था। जब वह खाना खाने घर गया था। उसी समय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वहां कोई फाय¨रग नहीं हुई थी। मां के साथ थाने पहुंची तो मिलने नहीं दिया गया।