10 लाख लूट के लिए हथियार के साथ निकले थे पांच अपराधी, गए जेल
रांची :नगड़ी थाना क्षेत्र के रिंग रोड स्थित बालालौंग के पास से पकड़े गए पांच अपराधियों को प
रांची :नगड़ी थाना क्षेत्र के रिंग रोड स्थित बालालौंग के पास से पकड़े गए पांच अपराधियों को पुलिस ने मीडिया के सामने पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। जेल भेजे गए आरोपितों में धुर्वा थाना क्षेत्र के सेक्टर तीन निवासी मनीष कुमार पाडेय, रंजीत कुमार, नयन कुमार, नगड़ी थाना क्षेत्र के नया सराय निवासी महताब आलम और राहे थाना क्षेत्र के फुलवार निवासी अनूप कुमार महतो शामिल हैं। इनमें मनीष कुमार पांडेय एचईसी का इंजीनियर है। उसके पास से बरामद कार (जेएच-01-बीवी-2055) में भाजपा युवा मोर्चा धुर्वा मंडल उपाध्यक्ष का बोर्ड लगा है। वह युवा मोर्चा के कार्यक्रमों में शामिल होता रहा है। गिरफ्तार आरोपितों के पास से चार हथियारों में एक लोडेड पिस्टल, तीन लोडेड देसी कट्टा, दस जिंदा गोलियां और वैगनआर कार बरामद किया गया है।
सिटी एसपी अमन कुमार ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ अपराधी हथियार से लैस होकर वैगनआर कार से डोरंडा के एक व्यवसायी से 10 लाख लूटने के लिए रिंग रोड होते हुए बालालौंग की ओर से धुर्वा के रास्ते जा रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर हटिया डीएसपी विनोद रवानी के नेतृत्व में धुर्वा थाना प्रभारी राजीव कुमार, नगड़ी थानेदार राम नारायण सिंह, तुपुदाना प्रभारी तारीक अनवर सहित अन्य के साथ छापेमारी की और सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि मौके से कुख्यात अपराधी राजीव रंजन सिंह भाग निकला। राजीव रंजन पार्षद रत्नेश हत्याकांड का आरोपित रहा चुका है। उसके खिलाफ अन्य मामले भी दर्ज हैं। वह जमशेदपुर के कुख्यात अपराधी अखिलेश सिंह गिरोह का शार्प शूटर रह चुका है। उसके खिलाफ रांची में दर्जनों हत्या रंगदारी के मामले दर्ज हैं।
----
अपराधी के साथ थी सांठगांठ :
सिटी एसपी के अनुसार मनीष कुमार पाडेय की सांठगांठ अपराधी राजीव रंजन के साथ थी। उसी के साथ मिलकर लूट की प्लानिंग बनी थी। कुछ दिनों पहले जमीन विवाद में राजीव ने ही अपने गिरोह के लोगों के साथ लापुंग के डेविड भगत गिरोह से गोलीबारी किया था। पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने बताया है कि राजीव ने ही सभी को हथियार मुहैया कराया था। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।