गंदगी का सवाल उठाने पर भड़के मंत्री सीपी, पत्रकार को कहा, मोदी के पीएस बन जाइए
स्वच्छता के सवाल पर कहा, क्यों नहीं बन जाते मोदीजी के पीएस
जागरण संवाददाता, रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के लिए स्वच्छता कितना महत्वपूर्ण है, यह अब बच्चा-बच्चा जान-समझ चुका है। लेकिन झारखंड सरकार में उन्हीं के दल के मंत्री सीपी सिंह को साफ-सफाई का प्रश्न उठाना नागवार गुजरता है। बुधवार को शहर में एक कार्यक्रम में जब उनसे सफाई व्यवस्था पर प्रश्न किया गया तो उन्होंने पत्रकारों को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। कहा, सफाई की इतनी चिंता है तो मोदी के पीएस बन जाइए। दरअसल, मंत्री जी इस बात पर तिलमिलाए थे कि शहर में इतनी गंदगी होने के बावजूद साफ-सफाई कराने वाली कंपनी एस्सेल इंफ्रा को क्यों नहीं हटाया जा रहा है। जबकि निगम की बैठक में कई बार इस कंपनी को हटाने की बात उठ चुकी है। बावजूद नगर विकास मंत्री इस पर चुप्पी साधे हैं। कोई एक्शन नहीं ले रहे।
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गुस्से से तमतमाए :
नवरात्र शुरू हो चुका है। शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर पड़े हैं। ऐसे में हरमू में एक पार्क के शिलान्यास में व्यस्त मंत्री ने इस बाबत सवाल उठाए जाने पर अपना आपा खो दिया। कहा, मैं भी देखता हूं, मैं भी शहर घूमता हूं। शहर के नागरिक मुझे बताते हैं और मैं जगह पर कंपनी को बताता भी हूं। गुस्सा भी व्यक्त करता हूं। प्रेस को एक-एक मिनट का रिपोर्ट नहीं दूंगा। मैं प्रेस के लिए कोई कमेंट नहीं करता। प्रेस चलाने की जिम्मेदारी सीपी सिंह की नहीं है। गुस्से से तमतमाए सीपी सिंह यहीं नहीं रुके। पत्रकार को ही कह दिया कि आप ही गंदगी फैलाते हैं। मैने स्वयं देखा है आपके घर से दिन में छह-छह बार घर के बाहर कूड़ा फेंका गया है। आप पत्रकार होकर दिन में छह-छह बार कूड़ा फेंक रहे हैं। धमकी भरे अंदाज में कहा, दोबारा नजर आए तो आप पर भी कार्रवाई की जाएगी।
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सफाई नहीं पर करोड़ों का भुगतान :
नगर निगम बोर्ड की बैठक में मेयर, डिप्टी मेयर समेत 53 वार्ड के पार्षद कई बार एस्सेल इंफ्रा कंपनी की लचर सफाई व्यवस्था को लेकर अधिकारियों की कार्यशैली पर ऊंगली उठा चुके हैं। कंपनी को हटाने तक की बात कह चुके हैं। फिर भी कंपनी को हटाया नहीं जा रहा। निगम बोर्ड की बैठक में पिछली बार डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कंपनी के साइट हेड को यह भी चेतावनी थी कि जब तक 33 वार्डो में सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो जाती, तब तक कंपनी के बकाए राशि का भुगतान नहीं किया जाए। फिर भी नगर आयुक्त के आदेश पर कंपनी को जुलाई व अगस्त माह के बकाए टिपिंग फी के अलावा पूर्व के बकाए पांच करोड़ की राशि का भुगतान कर दिया गया। निगम के जनप्रतिनिधियों के निर्देशों को भी दरकिनार कर दिया गया।
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प्रेस क्लब ने कहा, पत्रकारों को परिणाम भुगतने की बात कहना अलोकतांत्रिक
रांची प्रेस क्लब ने मंत्री सीपी सिंह से सवाल पूछे जाने पर भड़कने और पत्रकारों के बारे में आपत्तिजनक बयान की निंदा की है। क्लब के अध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा कि संवैधानिक पद की अपनी मर्यादा है। मंत्री महोदय को इसका ध्यान होना चाहिए। पत्रकारों के सवाल पर उनका भड़कना और परिणाम भुगतने की बात कहना अलोकतांत्रिक है। मीडिया को धमकी देना उनके पद को शोभा नहीं देता। प्रेस क्लब के पदाधिकारी मुख्यमंत्री से मिलकर पूरी बात से अवगत कराएंगे और गुजारिश करेंगे कि इतनी घटिया सोच रखने वाले मंत्री को कैबिनेट से हटा देना चाहिए। ऐसे जनप्रतिनिधि आम जनता का क्या भला करेंगे जो जिम्मेदारीपूर्वक जवाब तक नहीं दे सकते। प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोरेन, सचिव शंभू चौधरी, महासचिव आनंद कुमार व कोषाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने भी मंत्री के आपत्तिजनक वक्तव्य की निंदा की है। पदाधिकारियों की बैठक में यह तय किया गया कि गुरुवार को रांची प्रेस क्लब की आपात बैठक होगी, जिसमें पूरे प्रदेश समेत रांची में मंत्री का सार्वजनिक बहिष्कार करने का निर्णय लिया जाएगा। मंत्री सीपी सिंह के कार्यक्रम के दौरान पत्रकार विरोध प्रदर्शन करेंगे। उनके आवास के समक्ष भी आंदोलन किया जाएगा।
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सीपी सिंह को मंत्री बने रहने का कोई हक नहीं :
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने मंत्री सीपी सिंह के अमर्यादित व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि सीपी सिंह को मंत्री बने रहने का कोई हक नहीं है। जिस तरह का उनका व्यवहार सामने आ रहा है, वह मानसिक दिवालियापन का परिचायक है। आए दिन तरह-तरह की नौटंकी कर मीडिया की सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं। एक मंत्री पद पर बैठे व्यक्ति को कतई यह शोभा नहीं देता।