मानव तस्कर पन्ना लाल व प्रभा मुनी मिंज के केस की होगी ईडी जांच
5000 लड़कियों के सौदागर कुख्यात मानव तस्कर पन्ना लाल महतो और प्रभा मुनी मिंज की संपत्ति की जांच ईडी करेगा।
रांची : 5000 लड़कियों के सौदागर कुख्यात मानव तस्कर पन्ना लाल महतो और प्रभा मुनी मिंज की संपत्ति की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) करेगा। वहीं, जामताड़ा में दर्ज साइबर क्राइम के दो अन्य कांडों को भी ईडी ने टेक ओवर करने की स्वीकृति दी है।
पुलिस मुख्यालय में सोमवार को हुई बैठक में ईडी के निदेशक करनाल सिंह ने इसपर सहमति दे दी है। सभी जिलों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने जिलों के संगठित अपराध से जुड़े अपराधियों की संपत्ति का आकलन करें और ईडी जांच की अनुशंसा करें।
ईडी के निदेशक करनाल सिंह ने बैठक के दौरान झारखंड में नक्सलियों व साइबर अपराधियों के खिलाफ चल रही मनी लाउंड्रिंग के मामले की समीक्षा की। इस दरम्यान कुछ अन्य मामले ईडी को सौंपे जाने पर चर्चा हुई।
यह भी निर्णय लिया गया कि ईडी व झारखंड पुलिस आपस में समन्वय स्थापित कर सभी नक्सलियों के माध्यम से बेमानी या अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति की जब्ती में एक-दूसरे को सहयोग करेंगे।
बैठक में यह बात सामने आई कि बड़े अपराधी संपत्ति अर्जित करते हैं। गिरफ्तारी के बाद जेल जाते हैं। जेल से छूटने के बाद उसी संपत्ति का आनंद लेते हैं। उन्हें आर्थिक रूप से तोड़ा जाना चाहिए। रंगदारी, लेवी से खरीदी गई जमीन, बनाए गए मकान, वाहन, बैंक खाते में पड़े रुपये आदि जब्त कर सरकार के कोष को बढ़ाया जाएगा, ताकि उसका उपयोग विकास कार्यो में किया जा सके।
बैठक में डीजीपी डीके पांडेय के अलावा एडीजी अजय कुमार सिंह, एडीजी विशेष शाखा अनुराग गुप्ता, एडीजी अभियान आरके मल्लिक, आइजी सीआरपीएफ संजय आनंद लाटेकर, आइजी अभियान आशीष बत्रा, आइबी के संयुक्त निदेशक डॉन के जोश, डीआइजी एसआइबी साकेत कुमार सिंह, डीआइजी विशेष शाखा अखिलेश झा व एआइजी टू डीजीपी शम्स तबरेज उपस्थित थे।
सीआइडी के अधिकारी ईडी से दिल्ली में लेंगे तीन महीने का प्रशिक्षण
सीआइडी के अधिकारी दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों से तीन महीने का प्रशिक्षण लेंगे। सोमवार की समीक्षा बैठक में ईडी के निदेशक की सहमति मिलने के बाद अब अफसरों को दिल्ली भेजने की योजना है। ये अफसर कौन होंगे और कब भेजे जाएंगे, इसका निर्णय पुलिस मुख्यालय शीघ्र ही लेगा। प्रशिक्षण में उन्हें अपराधियों, नक्सलियों की संपत्ति का आकलन व उसे जब्त करने की जानकारी दी जाएगी।
इन आठ अपराधी-नक्सली की संपत्ति पहले से ही जांच कर रहा ईडी
राची के दो अपराधी गेंदा सिंह व संदीप थापा, जमशेदपुर के अपराधी अखिलेश सिंह, एक करोड़ के इनामी नक्सली सुधाकर, टीपीसी उग्रवादी विनोद गंझू, जामताड़ा के दो व देवघर के एक साइबर क्राइम से संबंधित मामला।
21 नक्सलियों की संपत्ति जब्त कर चुकी है झारखंड पुलिस
झारखंड पुलिस अब तक 21 नक्सलियों की संपत्ति जब्त कर चुकी है। राज्य में रंगदारी-लेवी से जुटाई गई अकूत संपत्ति से संबंधित दर्जनभर मामलों की जाच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) कर रही है।
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